दिल्ली : रामपुर तिराहा गोली काण्ड भीषण नरसंहार के साथ महिलाओं के साथ सामूहिक ब्लात्कार किया गया। वो दिन उत्तराखंड के अध्याय में काला दिन था जिसके धब्बे आज तक मिटे नहीं हैं। आज सीएम समेत सांसद अजय भट्ट मुजफ्फर नगर पहुंचे और शहीदों के स्मारक में पहुंच कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी उत्तराखंड के शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि साल 1994 में आज ही के दिन उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने रामपुर तिराहा गोलीकांड में अपने प्राणों का बलिदान दिया था। उत्तराखंड के आंदोलनकारियों की शहादत को शत् शत् नमन
बता दें कि अलग उत्तराखण्ड की माँग के समर्थन में दिल्ली में धरना प्रदर्शन के लिए जा रहे थे, जब अगले दिन बिना उकसाए उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2 अक्टूबर 1994 की रात को आन्दोलनकारियों पर गोली चला दी। जलियांवाला बाग गोलीकांड की तरह आन्दोलनकारियों को गोलियों से भून दिया गया। इससे भी शर्मनाक और अमानवीय मामला तब हुआ जब गोलीबारी के बाद सैकड़ो महिलाओं का पुलिस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मिलकर सामूहिक ब्लात्कार जैसे शर्मनाक कृत्य को अंजाम दिया गया। आज भी इस कांड में बड़ी मात्रा में लोग लापता हैं।घटना के चश्मदीदों ग्रामीणों की शिकायत थी कि असली हताहतों का विवरण छुपाने के लिये भारी मात्रा में हुई निर्मम हत्या और ब्लात्कार के बाद उन्हें चुपचाप दफना दिया गया।गायब महिलाओं के कपड़े गन्नों के खेत में बरामद जरूर हुए लेकिन महिलाओं का कोई अता-पता आज तक नही लगा।