दुनिया भर में कोरोना ने कहर बरपाया। कहीं हालात ठीक हुए तो कहीं कोरोना का कहर जारी है। वहीं कोरोना से जंग जीतने के लिए कोरोना योद्धा दिन रात सड़कों पर, अस्पतालों में डटे हुए हैं। कोरोना काल में खाकी, सफेद कोट धारी डॉक्टर और हाथ में माइक-कैमरा लिए पत्रकार कोरोना योद्धा कहलाए। अपनी जान की परवाह किए बिना दिन रात लोगों को जागरुक कर रहे, लोगों को घातक वायरस से बचा रहे कोरोना योद्धाओं को हमारा सलाम है।
उत्तराखंड में खाकी और डॉक्टरों की बदौलत ही कोरोना पर वार किया गया
उत्तराखंड में खाकी और डॉक्टरों की बदौलत ही कोरोना पर वार किया गया है। जिनकी बदौलत कई मरीज ठीक हो कर घर चले गए हैं। बात करें खाकी की तो कोरोना काल में खाकी का अलग ही रुप देखने को मिला। कोरोना काल काल में खाकी लोगों के लिए देवदूत साबित हुई। डंडे से, बातों से यहां तक की सुरों से खाकी लोगों को जागरुक करने और घरों में रहने की अपील कर रही है ताकि प्रदेश में कोरोना के कहर को खत्म किया जा सके और जीक हासिल की जा सके। गरीबों की मदद कर, मजदूरों को खाना बांटकर खुद कोरोना के आगे दीवार बन लोगों को बचाने की खाकी ने ठानी है।
देहरादून पुलिस के सिपाही का वीडियो जमकर वायरल
वहीं इन दिनों देहरादून पुलिस के सिपाही का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमे सिपाही ने ‘एक हजारों में मेरी बहना है’ गाने का नया वर्जन का गाना रिलीज किया है वो भी कोरोना को लेकर। सिपाही का नाम धर्मेंद्र कुमार है जो की देहरादून का ट्रैफिक संभाल रहे हैं औऱ दिन रात सड़कों पर तैनात रहकर कोरोना ड्यूटी कर रहे हैं।
सुरों से कर रहे लोगों को कोरोना के प्रति जागरुक
वहीं ड्यूटी से थोड़ा टाइम निकाल कर लोगों को सुरों से भी कोरोना के प्रति जागरुक रहे हैं। सोशल मीडिया पर सिपाही का ये गाना जमकर वायरल हो रहा है। जिसे अब तक कई लोग लाइक औऱ शेयर कर चुके हैं। आपको बता दें कि उत्तराखंड पुलिस में कई धुरंदर हैं जो की ड्यूटी के साथ अलग से कुछ हटके करके पुलिस विभाग का नाम तो रोशन कर ही रहे हैं साथ ही कोरोना की जंग में सुरों से लोगों को जागरुक कर रहे हैं. उन्ही में से एक है धर्मेंद्र
खाकी के काम, कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण को सलाम
हम खाकी के काम को, कर्तव्यनिष्ठा को और समर्पण को सलाम करते हैं। हमारी लोगों से अपील है कि खाकी-डॉक्टरों का अपमान न करके उनका हौसला बढ़ाए और उनकी जागरुकता से औरों को भी जागरुक करें।