जिला अधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि मृतक परिजनों को राज्य आपदा मोचक राशि मद से प्रति व्यक्ति 4-4 लाख की राशि प्रदान की जा रही है। डीएम ने जानकारी दी कि दो मृतक के परिजनों को सहायता राशि प्रदान की जा चुकी हैं जबकि 2 और मृतकों के परिजनों को देहरादून पहुंचने पर राशि का चेक सौंप दिया जाएगा। साथ ही डीएम का कहना है कि घटना के क्या कारण रहे इसके लिए एडीएम को जांच अधिकारी बनाया गया है और यदि किसी की लापरवाही पाई जाती है तो उस पर कार्रवाई भी की जाएगी।
बड़ा सवाल- 4 लोगों की मौत के मामले को गंभीरता से लिया जाता है या नहीं?
बता दें इस मामले में मोहल्ले वालों का कहना है कई बार इसकी शिकायत और जर्जर मकान की सूचना प्रशासन को दी गई लेकिन कोई सुध नहीं ली गई। वहीं इसमे बिल्डर और ठेकेदार की बड़ी लापरवाही की शिकायत भी लोगों द्वारा की गई है। लोगों ने संबंधित ठेकेदार औऱ बिल्डर पर इस हादसे का आरोप लगाया है। देखने वाली बात होगी कि पुलिस प्रशासन द्वारा 4 लोगों की मौत के मामले को गंभीरता से लिया जाता है या नहीं? या फिर कई केसों की तरह इसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।
आवजा देने से ज्यादा सरकार को इस हादसे के जिम्मेदारों को ढूंढना चाहिए
मुआवजा देने से ज्यादा सरकार और पुलिस प्रशासन को इस हादसे के जिम्मेदारों को ढूंढना चाहिए और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि फिर किसी का परिवार न बिखरे, फिर कोई गर्भवती महिला की ऐसी दर्दनाक मौत न हो।