देहरादून : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी के आह्वाहन पर सोमवार को देहरादून में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसियों का हुजूम सड़कों पर काले छाते लेकर उतरा। देश में लगातार गैर बीजेपी सरकारों को गिराने का जो सिलसिला चल रहा है उसको कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या का प्रयास बताते हुए आज देश भर में राजधानियों में राजभवन पर प्रदर्शन का आह्वाहन किया था। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आज राजधानी देहरादून में राजभवन घेराव का आह्वाहन किया। सुबह से ही बड़ी संख्या में देहरादून शहर पर्वादून व पछवादून से पार्टी के प्रमुख नेता व कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय राजपुर रोड पर एकत्रित हुए। 11:30 बजे प्रदेश मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए।
प्रीतम सिंह का केंद्र की मोदी सरकार पर वार
प्रीतम सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार व बीजेपी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि 2014 में जब से केंद्र में मोदी सरकार सत्तारूढ़ हुई है, तब से देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं को नष्ट भ्रष्ट करने चुनी हुई सरकारों को गिराने, विधायकों की खरीद फरोख्त करने जैसे अनैतिक व लोकतंत्र विरोधी काम मोदी सरकार के संरक्षण में खुले आम बेशर्मी से हो रहे है। उन्होंने कहा कि गोवा अरुणाचल कर्नाटका से लेकर मध्यप्रदेश में जिस प्रकार से कांग्रेस की सरकारें न बनने देने और बनी हुई। सरकारों को खरीद फरोख्त कर गिरने व फिर वहां बीजेपी सरकारें बनाने का काम किया गया, वो सीधा सीधा लोकतंत्र की आत्मा पर चोट करने के समान है।
ये सीधे तौर पर संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन :प्रीतम सिंह
प्रीतम सिंह ने कहा कि राजस्थान में बीजेपी ने पूरी ताकत लगाई हुई है। अशोक गहलोत की सरकार गिरने के लिए और उसका प्रत्यक्ष प्रमाण यह है कि कांग्रेस के नाराज विद्यायकों की आवभगत हरियाणा में खट्टर सरकार कर रही है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधानसभा सत्र बुलाने के आग्रह पर राज्यपाल केंद्र सरकार के दबाव में निर्णय नहीं कर रहे हैं जो सीधे सीधे संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन है।
प्रीतम सिंह ने कहा कि अब देश में कांग्रेस कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेगा और सड़कों पर उतर कर लोकतंत्र की रक्षा करेगा। उन्होंने उत्तराखंड के कांग्रेज कार्यकर्ताओं से लंबी लड़ाई के लिए कमर कसने के आह्वान किया। इसके पष्चात प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता हाथों में काला छाता जिसमें लोकतंत्र बचाओ संविधान बचाओ का स्टीकर लगा था हाथों में लिए राजपुर रोड बहल चैक दिलाराम चैक होते हुए हाथीबड़कला में कैंट रोड पर राजभवन की ओर बड़े, हाथीबड़कला पुलिस चैकी के सामने पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग लगा कर कांग्रेस प्रदर्शनकारियों को जब पुलिस ने रोक तो पुलिस व युवा कार्यकर्ताओं में कुछ देर धक्का मुक्की हुई।
प्रीतम सिंह के कहने पर सभी कार्यकर्ता बैरिकेडिंग के सामने धरने पर बैठ गए जहां, कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व सभी कार्यकर्ताओं को सफल प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा कि 2016 में उत्तराखंड के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिस प्रकार मोदी सरकार द्वारा कांग्रेस सरकार गिराने के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी उसी तरह आज देश भर में बीजेपी द्वारा अलग अलग राज्यों में चुनी हुई सरकारों को गिराने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता राष्ट्रव्यापी संघर्ष कर रहे है।
पूर्व मंत्री हीरा सिह बिष्ट ने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में बैठते ही केवल अपनी उपलब्धि के नाम पर विपक्षी दलों की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने का काम किया है।
सभा का संचालन करते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड में प्रीतम सिंह के नेतृत्व में राज्य भर का कांग्रेसी जहां एक ओर कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों की मदद करने में लगा है वहीं दूसरी ओर पार्टी कार्यकर्ता पेट्रोल डीजल रसोई गैस की कीमतों की वृद्धि के अलावा अन्य जनसरोकारों के मुद्दों सरकार के खिलाफ पर संघर्ष कर रहै हैं। सभा को पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, मनीष खंडूरी, पूर्व विधायक राजकुमार ने भी संबोधित किया।
प्रदर्शन में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सरस्वत, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, उपाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, महामंत्री राजेन्द्र शाह, ताहिर अली, नवीन जोशी, पी.के. अग्रवाल, गोदावरी थापली, पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, विशेष आमंत्रित सदस्य मनीष खण्डूरी, सुभाष चाौधरी, पूर्व मंत्री अजय सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार, जोत सिंह गुनसोला, मनमोहन मल्ल, लखपत बुटोला, राजीव महर्षि, गरिमा दसौनी, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, सहित कई कांग्रेसी शामिल थे।
सभा के बाद प्रीतम सिंह ने देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को संबोधित व राज्यपाल उत्तराखंड के माध्यम से एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।