देहरादून. उत्तराखंड के चमोली जिले में त्रासदी के बाद लापता लोगों को खोजने की कोशिशें लगातार जारी हैं. बता दें कि अभी तक 31 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं जिनमे अधिकतर पुरुष है। वहीं अभी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. लापता लोगों में यहां चल रहे कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहे श्रमिक भी शामिल हैं. इसके अलावा आसपास के गावों के कुछ स्थानीय लोग भी लापता हुए हैं. वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान अब तक 31 शवों को बरामद किया जा चुका है. मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. वहीं टनल में 35 से 40 मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। टनल को खोलने का काम जारी है। कीचड़ से भड़े टनल में कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है.
एक पुलिस कॉन्स्टेबल समेत एएसआई का शव बरामद
पुलिस द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार अभी तक 175 से अधिक लोग लापता हैं। इनमें से टनल में फंसे हुए करीब 35 मजदूरों को निकालने की कवायद जारी है। वहीं दो पुलिसकर्मियों के शव बरामद हो चुके हैं। अब तक कुल शवों की संख्या 31 हो चुकी है। आज मंगलवार को अभी तक पांच शव बरामद किए जा चुके हैं। रैणी में मलबे में एक पुलिस कॉन्स्टेबल का शव मिला है, जबकि पुलिस के एक एएसआई का शव कर्णप्रयाग में मिला है।
बीते दिन सीएम तपोवन पहुंचे थे और आपदा ग्रस्त का जायजा लिय़ा था। साथ ही लोगों का हालचाल जाना। वहीं आज सुबह मंगलवार को सीएम जोशीमठ के आईटीबीपी अस्पताल पहुंचे थे औऱ सुरक्षित निकाले गए लोगों का हालचाल जाना था। वहीं बता दें कि कई टीमें रेस्क्यू में लगी हुई है। एसडीआरएफ समेत एनडीआरएफ, सेना औऱ आईटीबीपी पुलिस का युद्धस्तर पर काम जारी है।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने बताया कि दूसरी टनल को खोलने में अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. ऐसे में अब हम एक दूसरे रास्ते से घुसने की कोशिश कर रहे हैं. अभी तक कुल 29 शव बरामद हुए हैं बाक़ी लोगों की ढूंढने का काम तेज़ी से किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी का आज भी फ़ोन आया था. उन्होंने हालात के बारे में पूरी जानकारी ली. अभी उनके उत्तराखंड आने की जानकारी नहीं है. सीएम ने बताया कि डीआरडीओ और कुछ वैज्ञानिक ऋषिगंगा ग्लेशियर का सर्वे कर रहे हैं. ये पता किया जा रहा है कि ये तबाही क्यों आई.