देहरादून : दूसरे राज्यों से प्रवासियों को वापस लाने और उत्तराखंड में फंसे प्रवासियों को वापस उनके गृह जनपद भेजने की कवायद जारी है।ट्रेन और बसों के माध्यम से लोगों को उनके घर भेजा जा रहा है।
ट्रेनें चलाने की मांग
वहीं देहरादून में फंसे बिहार के प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छी खबर है। जी हां देहरादून में फंसे बिहार के लोगों को उनके राज्य पहुंचाने के लिए देहरादून डीएम डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव और डीआईजी एसएसपी देहरादून ने अच्छी पहल की है। बता दें कि डीएम ने मंडल रेल प्रबन्धक मुरादाबाद को पत्र लिखकर जल्द दो-दो ट्रेन चलाने की मांग की है।
डीआईजी ने सौंपी एसपी सिटी को कमान
वहीं डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने भी प्रवासियों को उनके घर सुरक्षित भेजने के लिए एसपी सिटी श्वेता चौबे को कमान सौंपी है। डीआईजी एसएसपी देहरादून के निर्देश पर एसपी सिटी श्वेता चौबे ने पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों की बैठक ली और इस संबंध में चर्चा की।इस दौरान बिहार के लोगों को थानों से रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की गई। बिहार जाने वालों की संख्या 25 से 30 हजार तक हो सकती है।
देहरादून रेलवे स्टेशन निदेशक गणोश चंद ठाकुर ने बताया कि उन्हें जिलाधिकारी का पत्र मिला है जिस पर विचार किया जा रहा है और मंडल स्तर पर इस पर विचार किया जा रहा है। अभी तक मुरादाबाद मंडल से ट्रेन संचालन के निर्देश नहीं मिले हैं। देहरादून स्टेशन पर फिलहाल एसी रेक खड़े हैं। स्लीपर व जनरल रेक अन्य स्टेशनों पर भिजवा दिए थे। ट्रेनों के संचालन के लिए स्लीपर व जनरल रेक भी उपलब्ध होने जरूरी हैं।