रामनगर : कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन में नौकरी छूटने के कारण डिप्रेशन के शिकार व्यक्ति ने आज अपनी ही नहीं बल्कि अपने बच्चों को भी जहर दे दिया। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं खबर है कि पत्नी के कारण भी वो परेशान था। पत्नी उसे और बच्चों को छोड़कर चली गई थी।
लॉकडाउन में छूट गई थी नौकरी, लौट आया था गांव
मामला अल्मोड़ा के सरायखेत गांव का है जहां दिल्ली से गांव लौटे महिपाल सिंह ने सनसनी खेज वारदात को अंजाम दिया। बेरोजगारी से तंग आकर एक पिता ने खुद जहर गटका और तीन बच्चों समेत दो बैलों को भी जहर दे दिया। शोर शराबा होने पर आस पास के लोग वहां पहुंचे औऱ पुलिस को सूचना दी। चारों को संयुक्त चिकित्सालय रामनगर ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद चारों को हल्द्वानी बेस अस्पताल में रेफर किया गया है। वहीं डाक्टरों का कहना है कि बच्चों के पिता की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
बच्चों समेत उठाया खौफनाक कदम
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा के सरायखेत का महिपाल सिंह(40) लॉकडाउन से पहले दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता था। लाॅकडाउन के बाद नौकरी चले जाने के कारण वह वापस गांव आ गया। महिपाल के पत्नी और तीन बच्चे हैं। लेकिन यहां भी खाने के लाले पड़ गए थे। पत्नी तंग आकर दिल्ली चली गई थी। जिससे युवक और परेशान हो गया। वहीं उसने गुरुवार की रात खौफनाक कदम उठाया।
महिपाल ने अपने 12 साल के बेटे यशपाल, 13 साल के बेटे हंसपाल और 9 साल की बेटी हिमांशी (9 ) सहित अपने दो बैल को जहर दे दिया। बैलों की तो मौके पर ही मौत हो गई। जबकि चारों की हालत बिगड़ गई। गांव वालों मौके पर पहुंचे और चारों को रामनगर संयुक्त चिकित्सालय ले गए जहां से उन्हें हल्द्वानी रेफर कर दिया है। बच्चों के पिता की हालत नाजुक बताई जा रही है।