भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। जी हां पूर्व आर्मी चीफ और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि चीन ने ही हमारे सैनिक नहीं लौटाए बल्कि भारत ने भी कई चीनी सैनिकों को छोड़ा है। खुलासा किया कि भारत के कब्जे में चीन के 15 सैनिक और एक अफसर था।
भारत के कब्जे में थे चीन के एक अफसर समेत 15 सैनिक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत ने अपने जवानों की जान बचाने के लिए चीन के सैनिकों को पकड़ा था जिन्हें छोड़ने के बाद भारत ने भी चीन के सैनिकों को छोड़ दिया। 15 सैनिकों के साथ एक अफसर भी इनमे शामिल था।
भारतीय सेना ने भी चीन के कई सैनिकों को बंधक बना लिया था-मंत्री
एक मीडिया हाउस से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने भी खुलासा किया कि गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद चीन ने कुछ भारतीय जवानों को पकड़ लिया था और बाद में उन्हें लौटाया। इसी तरह भारतीय सेना ने भी चीन के कई सैनिकों को बंधक बना लिया था और फिर उन्हें छोड़ दिया गया। उन्होंने दावा किया कि हिंसक झड़प में चीन के दोगुने सैनिक मारे गए हैं। हमारे 20 सैनिक शहीद हुए तो चीन के इससे ज्यादा सैनिक मारे गए, लेकिन चीन कभी भी इस बात का खुलासा नहीं करेगा। चीन में हर चीज छुपाई जाती है। हमारे सैनिकों ने बदला लेकर शहादत दी है।
उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी का जो हिस्सा भारत के नियंत्रण में आता है वो आज भी हमारे पास ही है। चीन जिस पेट्रोल प्वाइंट 14 को लेकर विवाद कर रहा है वह अभी भी भारत के नियंत्रण में ही है। गलवान घाटी का एक हिस्सा चीन के पास है और एक हिस्सा हमारे पास है।