देहरादून : जेल में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्णय लिया गया है कि किसी भी क़ैदी को जेल ले जाने से पहले उसका कोरोना का टेस्ट किया जाएगा। इसके साथ ही क़ैदी को जेल से पहले 15 दिनों तक जेल के क्वारंटीन सेंटर में रखा जायेगा। साथ ही उत्तराखंड में जेलों तक कोरोना ने दस्तक दे दी है. ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने सभी एसपी एसएसपी को निर्देशित किया है कि बिना कोविड के टेस्ट के किसी भी मुल्ज़िम को जेल में न भेजा जाए। ज्यादा जानकारी देते हुए देहरादून एसएसपी और डीआईजी अरूण मोहन जोशी ने बताया की यह मुख्यालय के आदेश हैं। आगे इसी प्रक्रिया के तहत काम किया जायेगा. डीआईजी ने बताया कि इसके लिए एसपी क्राइम को जिम्मेदारी सौंपी गई जो की इसकी रूपरेखा तैयार करेंगे।
बता दें कि सुद्धोवाला जेल सहित राज्य के कई जेलों में कई कैदियों में कोरोना की पुष्टि हुई। संक्रमण तेजी से फैला। जिसके बाद ये अहम फैसला लिया गया। बता दें कि जेल में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए जेल प्रशासन कुछ बंदियों को पैरोल पर रिहा करने की योजना बना रहा है। सूत्रों की मानें तो कुछ बंदियों की लिस्ट तैयार भी हो गई है। हालांकि, इस मामले में जेल प्रशासन की ओर से अब तक कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि संक्रमण के खतरे को देख जेल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।