हरिद्वार कुंभ के कार्यों में देरी से संतों की नाराजगी अब सामने आने लगी है। गुरुवार रात नाराज बैरागी संतों ने अपर मेलाधिकारी के साथ मारपीट कर दी। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
बताया जा रहा है कि बैरागी संतों के साथ राठ आठ बजे के करीब अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह चुघ की बैठक थी। ये बैठक निर्मोही अणि अखाड़े में होनी थी। इस बैठक में अखाड़ों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में चर्ता होनी थी। जिस समय अपर मेलाधिकारी बैठक में पहुंचे उस समय अखाड़े में बिजली नहीं थी।
इसी दौरान बैरागी संतों ने अपर मेलाधिकारी के सामने नाराजगी जाहिर करनी शुरु कर दी। कुंभ में उन्हें मिलने वाली सुविधाएं को लेकर बैरागी संतों ने रोष जताया। नाराजगी बढ़ी तो अपर मेलाधिकारी चुप हो गए। इसी दौरान संतों ने उन्हें लौट जाने के लिए कहा। बताते हैं कि अपर मेलाधिकारी अपनी गाड़ी की ओर बढ़े इसी दौरान उन्हें कुछ लोगों ने गाड़ी से बाहर की ओर खींच लिया और मारपीट शुरु कर दी। अपर मेलाधिकारी के गनर ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो उसके साथ भी मारपीट हुई। इस घटना में अपर मेलाधिकारी और उनका गनर घायल हो गए।
सूचना मिलते ही मौके पर आईजी कुंभ और एसपी कुंभ फोर्स के साथ निर्मोही अणि अखाड़ा पहुंचे। फोर्स ने अपर मेलाधिकारी को वहां से सुरक्षित निकाला।
बैरागी संत पहले भी अपने साथ भेदभाव का आरोप लगा चुके हैं। यही वजह रही कि मुख्यमंत्री रहते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी बैरागी संतों के साथ बैठक कर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की थी। तीरथ सिंह रावत ने भी सीएम पद संभालने के बाद बैरागियों के साथ बैठक कर उन्हें हर मदद का आश्वासन दिया था।