सऊदी अरब में साढ़े 3 साल से शेख की कैद में फंसा यूपी फिल्लौर का रहने वाला सुरेश तिवारी चुंगल से भागकर घर पहुंचे और कहा कि उनको ये दूसरा जीवनदान मिला है। वहीं घर पहुंचकर सुरेश ने अपने साथ हुई दर्दनाक आपबीती सुनाई औऱ युवाओं से अपील की कि ऐसे किसी एजेंट के झांसे में न आएं.
अपने घर पहुंचकर सुरेश ने बताया कि अगस्त 2016 में फिल्लौर के एक ट्रैवल एजेंट ने उसे सऊदी अरब में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी औऱ अच्छी सैलरी दिलाने की बात कही थी. वो खुश हुआ औऱ उसकी बातों में आ गया. वो फिल्लौर की निजी फर्म से अच्छी नौकरी छोड़कर पैसे खर्च उसके साथ सऊदी अरब चला गया। वहां पहुंचने पर उसको एक शेख के फार्म हाऊस में नौकरी पर लगाया। जब उसने एजेंट को इस बारे में बताया तो एजेंट ने कहा कुछ दिन के बाद वह उसे कहीं और नौकरी लगा देगा।
छुट्टी मांगने पर सैलरी की बंद
सुरेश् ने बताया कि अभी उसे वहां कारम करते हुए 11 दिन ही हुए थे तो वहां पहले चार साल से काम कर रहे झारखंड के एक युवक ने शेख के अत्याचारों से तंग आकर अपने आपको जला लिया।सुरेश ने बताया कि डेढ़ साल तो सब ठीक चलता रहा, जब उसने घर आने के लिए छुट्टी मांगी तो शेख ने उसकी सैलरी बंद कर दी और उस पर जुल्म करने शुरू कर दिए। शेख के फार्म हाउस में 50 के लगभग गाय व 200 बकरियां थीं, जिनका सुबह चार बजे उठकर दूध दोहना पड़ता था। सुबह 7 बजे से लेकर रात 10 बजे तक काम करना पड़त था।
बकरियों का खाना दिया जाता था
सुरेश ने बताया कि फार्म हाऊस के चारों तरफ ऊंची दीवार थी। शेख हफ्ते में एक बार फार्म हाऊस में आता था जो बकरियों को खाना देते थे। वहीं खाना उनको एक हफ्ते तक खाने को दिया जाता था। जब वह शेख से पैसे मांगता तो सेठ उसकी जमकर पिटाई करता था।
सुरेश ने बताया कि जब उसकी हालत खराब होने लगी तो उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर मदद की अपील की। इसके बाद गोराया थाने के गांव ढल्लेवाल का एक युवक और एक युवक नकोदर से उसकी मदद के लिए आगे आए। उन्होंने उसे किसी तरह दीवार फांदकर बाहर आने को कहा। इसके बाद वह 15 फीट ऊंची दीवार फांदकर बाहर आया और कई किलोमीटर भागकर जीटी रोड पर उनकी लोकेशन पर पहुंचा। जहां से युवकों ने पहले उसको खाना खिलाया व बाद में एंबेसी में पेश किया। एंबेसी ने उसे लेबर कोर्ट में भेज दिया गया, जहां उसके शेख को बुलाया गया और कोर्ट ने शेख को 11000 रियाल व पासपोर्ट देने को कहा।
युवाओं से की अपील
वहीं खुशी जाहिर करते हुए और भावुक होते हुए सुरेश तिवारी ने कहा यह उसका दूसरा जन्म है। उन्होंने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि वह लोग गलत लोगों के हाथ में पड़कर जीवन खराब न करें। बहुत सारे युवक अब भी सऊदी अरब व कुवैत में फंसे पड़े हैं। सुरेश ने सभी युवाओं से सतर्क रहने और ऐसे किसी भी एजेंट के झांसे में न आने की अपील की.