देहरादून : ब्रिडकुल एमडी की कुर्सी पर कुंडली मारे बैठे अधिकारी मनोज सेमवाल को वापस अपने मूल विभाग रेलवे में जाना होगा जिसका आदेश जारी कर दिया गया है। बता दें कि ये एक्शन सीएम के एक्शन के बाद लिया गया। बिना आदेश के मनमाफिक ब्रिडकुल के एमडी की कुर्सी पर बैठे मनोज सेमवाल की प्रतिनियुक्ति बढ़ाने की पत्रावली पर सीएम ने ‘NO’ लिखकर उनको वापस उनके मूल विभाग रेलवे में जाने का फरमान सुनाया था जिसका आदेश जारी कर दिया गया है।सीएम ने कड़ा एक्शन लेते हुए साफ किया कि मनमर्जी नहीं चलेगी। हर काम कायदे कानून से होगा ना की मनमर्जी से.
31 जनवरी को खत्म हो गया था कार्यकाल
बता दें कि कांग्रेस शासन के दौरान रेलवे से प्रतियुक्ति पर ब्रिडकुल के एमडी बने मनोज सेमवाल का कार्यकाल 31 जनवरी को खत्म हो गया था लेकिन इसके बावजूद वो एमडी की कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं थे। वो बिना आदेश के ही ब्रिडकुल में एमडी की कुर्सी पर पैर जमाए थे। ये मामला जब सीएम के संज्ञान में आया तो सीएम ने मनोज सेमवाल की प्रतिनियुक्ति बढ़ाने की पत्रावली पर सीएम ने ‘NO’ लिखा औऱ वापस मूल तैनाती पर जाने का आदेश दिया।
कुर्सी पर बैठकर फाइनेंशियल पावर का इस्तेमाल कर रहे थे मनोज
बता दें कि मनोज सेमवाल कार्यकाल खत्म होने के 20 दिन बाद भी एमडी की कुर्सी पर बैठकर फाइनेंशियल पावर का इस्तेमाल कर रहे हैं। बीते मनोज दिन सेमवाल के शासन में बैठे पैरोकारों की ओर से तैयार की गई एक्सटेंशन की फाइल पर सीएम ने ना लिख दिया। जिसके बाद अब एमडी की कुर्सी छोड़ मनोज सेमवाल को अपने मूल विभाग रेलवे में जाना होगा।