दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में 18 साल के ट्यूटर राहुल राजपूत की हत्या कर दी गई है जिससे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। मां एक ही बात कह रही है कि उनके बेटे के गुनाहगारों को कड़ी से कड़ी सजा दो। मां का कहना है कि उनका बेटा होनहार था जो आईएएस बनना चाहता था। वहीं राहुल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है। जिसमे साफ हुआ है कि तिल्ली फटने से राहुल की मौत हई। शुरुआती जांच में किसी लड़की से दोस्ती को लेकर मारपीट की बात सामने आई है। बुधवार शाम को लड़की के कुछ रिश्तेदार राहुल से मिले थे। फिर उसके ऊपर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। राहुल को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
दूसरे धर्म की थी लड़की ,परिवार को नहीं पसंद थी दोस्ती
जानकारी मिली है कि लड़की दूसरे धर्म की थी और लड़की के परिवार वालों को राहुल की उससे दोस्ती पसंद नहीं थी। पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिऱफ्तार किया है जिसमे लड़की का भाई मोहम्मद राज (20), एक रिश्तेदार मानवर हुसैन (20) और उसके तीन नाबालिग दोस्त शामिल हैं। तीनों फिलहाल पुलिस की हिरासत में हैं। मोहल्ले में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
अंग्रेजी का ट्यूशन पढ़ाता था राहुल
राहुल के पिता संजय राजपूत का कहना है कि एक दिन पहले लड़की ने राहुल से मुलाकात की थी। उन्होंने यह भी कहा कि लड़की राहुल का कोरोना टेस्ट कराने साथ में गई थी। जानकारी मिली है कि राहुल सेकेंड ईयर में पढ़ाई कर रहा था औऱ साथ में इग्लिश का ट्यूशन पढ़ाता था।
चाचा के लड़के के पास आया अनजान नंबर से फोन
जानकारी मिली है कि बुधवार की रात को राहुल के चाचा के लड़के गोलू के पास अनजान नंबर से फोन आया था। राहुल को कहा था कि उसे अपने बच्चे को ट्यूशन पढ़ाना है। वह बाहर आ जाए। राहुल घर से बाहर बिना किसी को बताए गली के बाहर आ गए। यहां से दर्जन से अधिक बराबर की गली नंदा रोड पर ले गए। आरोप है कि एक दर्जन से अधिक आरोपियों ने राहुल की पीट-पीटकर हत्या कर दी। उनके कपड़े भी फाड़ दिए। चचेरे भाई ने फोन किया तो सारी बात पता चली। राहुल ने अपनी मां को बताया कि उनको पीटा गया है। घर वाले कार से राहुल को बाबू जगजीवन राम अस्पताल में ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद राहुल के चाचा धर्मपाल के बयान पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। गोलू का मोबाइल फोन कब्जे में लेकर अनजान फोन नंबर से आई कॉल को ट्रेस किया गया। इसके बाद जहांगीरपुरी इलाके के रहने वाले सभी आरोपियों को पकड़ लिया।