उत्तराखंड में कोरोना के साथ गुलदार का कहर जारी है। गुलदार का आंतक पहाड़ी क्षेत्रों में छाया हुआ है। गुलदार ने अभी तक घास काटने गई महिलाओं को अपना शिकार बनाया तो वहीं आंगन में खेल रहे बच्चों को दबोचा और अपना निवाला बनाया। वहीं एक ओर ताजा मामला उत्तराखंड से सामने आया है। मामला भीमताल के ओखलकांडा ब्लॉक के तुषराण गांव का है जहां गुलदार ने 13 साल की नेहा को शिकार बनाया। गुलदार ने मां के सामने ही नेहा को दबोचा और भाग गया। मां चीखी-चिल्लाई। मौके पर गांव वाले पहुंचे और गुलदार के पीछे दौड़े लेकिन तब तक नेहा की मौत हो चुकी थी। गांव वालों को नेहा का शव कुछ ही दूर दूसरे खेत में पड़ा मिला।
7वींमें पढ़ती थी 13 साल की नेहा
जानकारी मिली है कि 13 साल की नेहा जो की 7वीं कक्षा में पढ़ती है, मां के घास काटने गई थी। नेहा खेत में खडी थी और मां घास काट रही थी। तभी बुधवार शाम करीब 4 बजे गुलदार ने नेहा पर हमला कर दिया औऱ जबड़े में दबोच कर निकल पड़ा। नेहा की मां ने चिल्ला-चिल्लाकर लोगों को बुलाया। सब गुलदार के पीछे गए लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। नेहा का शव दूसरे खेत में मिला। ये देख मां बेसुध हो गई। सूचना पाकर मौके पर विधायक राम सिंह कैड़ा पहुंचे और डीएफओ टीआर बीजूलाल को घटना की जानकारी दी।
तीन लाख के मुआवजे का ऐलान
वहीं मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची और घटना की जानकारी जुटाई। बेटी की मौत के बाद पिता इंद्र लाल और मां रेखा का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा है। वहीं वन विभाग गुलदार को पिंजरे में कैद करने की तैयारी में है। बता दें कि वन विभाग ने नेहा के परिजनों को तीन लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है।