हल्द्वानी : गोरापड़ाव के बहुचर्चित पूनम हत्याकांड को आज 1 साल पूरा हो गया है, लेकिन इस घटना के खुलासे के लिए आज भी पुलिस खाक छान रही है। पुलिस की और से कई दावे किए गए जो की आज तक फेल दिखाई दिए. शायद इस केस में पुलिस कुछ करना ही नहीं चाहती है.
गौर हो कि पिछले साल 27 अगस्त, 2018 की रात अज्ञात बदमाशों द्वारा गोरापड़ाव क्षेत्र में घर में घुसकर पूनम पांडे की हत्या कर दी थी, और पूनम पांडे की बेटी को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इसके साथ ही बदमाशों ने घर के कुत्ते को भी मार डाला था और स्कूटी सहित अन्य सामान लेकर फरार हो गए थे। इस बहुचर्चित पूनम हत्याकांड में खुलासे के लिए पुलिस ने दर्जनों टीमें बनाई, कई राज्यों की धूल फांकी और पारिवारिक इंटरनल जांच भी की। लेकिन 1 साल बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा. यही नहीं पुलिस ने परिवार के लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कराया, उसके बाद भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा।
एसएसपी ने की नार्को टेस्ट कराने की बात
अब एसएसपी सुनील कुमार मीणा नार्को टेस्ट कराने की बात कह रहे हैं .एसएसपी का कहना है कि कई प्रयासों के बाद भी जब सफलता हाथ नहीं लगी तो अब नारको टेस्ट कराने के प्रयास किए जा रहे हैं और पुलिस हर संभव कोशिश कर रही है कि पूनम पांडे हत्याकांड का खुलासा हो।