पिथौरागढ़- केंद्रीय कपड़ा एवं सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि देश में समरसता है। इसी समरसता का परिणाम है कि चाय बेचने वाला गरीब परिवार का बेटा देश का प्रधानमंत्री बना है। समरसता आर्थिक राजनीतिक और सामाजिकता को प्रभावित करती है। समरसता से ही देश की एकता और अखंडता बनी है।
स्मृति ईरानी शुक्रवार को पिथौरागढ़ में आयोजित सीमान्त बसन्तोत्सव में समरसता विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा की 2014 को जब भाजपा ने नरेंद्र मोदी को पीएम का उम्मीदवार घोषित किया तो कुछ राजनीतिक दलों ने चाय बेचने वाला देश का पीएम नहीं बन सकता कहा, जनता ने उन्हें पीएम बना दिया।
सरकार ने जब गरीबों आम लोगों के लिए योजनाएं चलाई तो उसका सीधा लाभ समाज के उन तबकों को मिल रहा है जो गरीब और असहाय है। आज गरीब व सामान्य परिवार के युवाओं को अपना रोजगार चलाने के लिए न तो मां के गहने और नहीं पिता की जमीन गिरवी रखनी पड़ रही है। इस क्षेत्र में महिलाओं का कार्य उत्साहजनक है।
देश का पीएम लाल किले से देश में छह करोड़ शौचालयों के निर्माण बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का उदघोष करते हैं। उज्ज्वला गैस योजना से देश में 3 करोड़ 30 लाख गरीब महिलाओं को गैस संयोजन मिल चुके है। पीएम के अनुरोध पर एक करोड़ लोगों ने सब्सिडी त्याग दी। यह समरसता का आर्थिक पहलू है।
चाय की चुस्की ली
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने चाय पीने की इच्छा जाहिर कि जिसके बाद नगर के व्यस्ततम सिल्थाम तिराहे पर एक चाय पकोड़े वाले की दूकान के पास जाकर चाय की चुस्की लेते हुए जलेबी खाई।
भ्रष्टाचार पर लगा है अंकुश
कार्यकर्ताओ ने आनन फानन में होटल के अंदर का सोफा बाहर रखा और कुर्सियां लगा दी। फटाफट चाय बनी और गर्म जलेबी आ गई। मंत्री ने जलेबी खाई और चाय की चुस्की ली। इसके बाद एफएम उद्घाटन के लिए 50 मीटर दूर जिला पंचायत पहुंची। मंत्री के इस तरह सार्वजनिक स्थल पर बाहर बैठ कर चाय पीने की बात फैलते ही लोग पहुंचने लगे। यह चर्चा पूरे नगर में फैल गई।
चाय पीने के दौरान स्मृति ईरानी ने चाय वालों से कहा कि मोदी जी चाय बेचकर पीएम बने है। उन्होंने कहा कि आप भी लोगों को प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि पहाड़ में अच्छी चाय बनती है। वह चाय पर चर्चा करती रहती हैं। उन्होंने अल्मोड़ा में भी होटल में जाकर चाय पी थी। आज पिथौरागढ़ में भी चाय पी रही हूं। इधर मंत्री के होटल में आकर चाय पीने से चाय और पकोड़ी की एक साथ दूकान चलाने वाले जोशी बंधु उत्साहित है। उन्होंने इसे आश्चर्य बताया है।