रुद्रप्रयाग- साल 2013 की केदार आपदा के घाव नरकंकालों के रूप में अब भी रिस रहे हैं। चार साल गुजर गए लेकिन नरकंकलों के मिलने का सिलसिला अब तक जारी है। SDRF और पुलिस की सर्च टीम को केदारघाटी में भैरव मंदिर के पीछे सात नर कंकाल मिले हैं।
2013 की आपदा के बाद बडे-बडे दावे करने वाली सरकारों की पोल बाद में केदारघाटी में मिले नरकंकालों ने खोल दी। हालांकि तब दावा किया गया था कि अब केदारघाटी में कोई निशान नहीं हैं। बावजूद इसके जगह-जगह नर कंकाल मिलते रहे और सरकार को अपना चेहरा बचाने के लिए फिर से एक सर्च अभियान चलाना पड़ा।
SDRF और पुलिस टीम को मुआवजा और राहत राशि बांटने के बाद केदारघाटी में अब तक साढ़े छह सौ से ज्यादा नरकंकाल मिल चुके हैं। हालांकि मिले कंकलों का डीएनए सुरक्षित रखने के बाद ही दाह संस्कार किया जा रहा है। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि जिन लोगों ने अपने परिजनों की खोज में अपना डीएनए दिया है उनको कुछ खबर भी दी जा रही है या नहीं।