ऋषिकेश- तीर्थनगरी ऋषिकेश में भी जिस्म के सौदागरों ने अपने लिए बाजार तलाशा हुआ है। दूसरे राज्यों की लड़कियों को देह व्यापार के लिए यहां बेहद शातिर तरीके से धकेला जा रहा है।
पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट विकासनगर की टीम ने ऋषिकेश में एक ऐसे ही गिरोह का खुलासा किया है। जो लड़कियों को घरेलू काम के लिए बुलाते और जिस्म फरोशी के कीचड़ में धकेल देते।
तीर्थनगरी के आइडीपीएल क्षेत्र में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट विकासनगर की टीम ने कार्रवाई करते हुए देह व्यापार में संलिप्त एक दंपती और एक युवक को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से दो पीड़ित युवतियों को टीम ने छुड़ाया है।जबकि आरोपितों के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट विकासनगर देहरादून ने मुखबिर की सूचना पर आइडीपीएल क्षेत्र ऋषिकेश में फैक्ट्री से आ रहे तिराहे के समीप ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाने वाले दो युवकों और एक महिला को गिरफ्तार किया गया।
टीम के मुखिया, प्रभारी निरीक्षक जवाहर लाल ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में बताया गया वह लोग पश्चिमी बंगाल और दिल्ली से गरीब लड़कियों को यहां घरों में काम दिलाने के बहाने बुलाते हैं और फिर इनको जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल देते हैं। आरोपी पश्चिमी बंगाल के रहने वाले हैं। जिस कारण वहां की लड़कियां इन पर जल्दी भरोसा करती हैं।
गजब की बात तो ये है कि आरोपी लड़कियों के जिस्म का सौदा ऑनलाइन करते और जिस्म के शौकीनों तक इन लड़कियों को स्कूटी पर पहुंचाया करते थे। पिछले तीन-चार सालों से इनका ये गंदा धंधा बदस्तूर जारी था।
पकड़े गए आरोपियों में से एक का नाम दीपांकर बगची पुत्र कृष्णा निवासी रंग यार पोता थाना भीमपुर जिला नोदिया कोलकाता पश्चिम बंगाल, जबकि दूसरे कानाम विभास राय पुत्र आनंद राय जबकि तीसरी आरोपी महिला का नाम सपना है। महिला विभास राय की पत्नी है। दोनों निवासी ग्राम मौहल्ला थाना हॉर्सकाली जिला नौदिया कोलकाता पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।