देहरादूनः आपने अखबारों में विज्ञापन तो देखे ही होंगे। योग्य वर की तलाश या योग्य कन्या की तलाश। लेकिन, देहरादून में इन दिनों योग्य कुक की तलाश हो रही है। जिसकी योग्यता भी ऐसी है कि उत्तराखंड में वैसा योग्य कुक मिलना ही मुश्किल हो रहा है। कुक की खोज में पूरा युवा कल्याण विभाग और पीआरडी जुटा हुआ है। लेकिन अब तक कुक की तलाश पूरी नहीं हो पाई है।
दरअसल, देहरादून के डीएम के आवास में एक कुक की जरूरत है। डीएम का परिवार हिंदी नहीं जानता है। या तो मलयालम या फिर अंग्रेजी। उनके आवास में ऐसे कुक की जरूरत है, जो मलयालम या फिर अंग्रेजी ही जनता हो। साथ ही दक्षिण भारत का खाना बनाना भी जानता हो। पीआरडी ने तीन-चार कुक तैनात किए भी लेकिन भाषा समझ में आने के कारण सबने छोड़ दिया।
युवा कल्याण विभाग की मानें तो डीएम के घर में सभी लोग मलयालम में बात करते हैं। अब तक जो भी कुक आया। भाषा समझ में नहीं आने के कारण काम छोड़कर चला गया। परिवार वाले कुछ डिमांड करते हैं, तो मलयालम समझ में नहीं आने के कारण कुक कुछ खाना ही नहीं बना पाता। साथ ही साउथ की कुछ डिश ऐसी भी होती हैं, जो हर किसीको बनानी नहीं आती हैं। देखना होगा कि योग्य कुक की ये तलाश कब पूरी होती है।