देहरादून : उत्तराखंड भाजपा संगठन में इशारों इशारों का खेल चल रहा है। त्रिवेंद्र रावत को सीएम की कुर्सी से हटाने का रीजन अभी तक जनता समेत खुद त्रिवेंद्र रावत को भी पता नहीं चल पाया है। ये बात खुद बीते दिन बालावाला में एक कार्यक्रम में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा। पू्र्व सीएम कहते हैं कि उन्हें नहीं पता पार्टी ने उन्हें क्यों हटाया तो वहीं प्रदेश प्रभारी कहते हैं कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत का चार साल का कार्यकाल बेदाग और बेहतर रहा…तो भाई उन्हें सीएम की कुर्सी से क्यों हटाया गया। आखिर ऐसी भी क्या जरुरत आन पड़ी थी। या ऐसा भी क्या हो गया था कि उनको दिल्ली बुलाने के बाद वो सीधे राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने गए। हर कोई कन्फ्यूज है कि हाईकमान त्रिवेंद्र रावत की तारीफ कर रहा है और त्रिवेंद्र रावत खुद के चार साल के कार्यकाल को बेदाग बता रहे हैं तो फिर उन्हें हटाने का कारण क्या है। इस सवाल के जवाब का इंतजार जनता से लेकर विपक्ष भी कर रही है लेकिन इतना साफ ही कि हाईकमान त्रिवेंद्र रावत से खुश तो नहीं था वरना 2022 के इतने करीब आकर भाजपा अपना उत्तराखंड में खेल क्यों बिगाड़ेगी। आइये आपको बताते हैं मसला क्या है…
दुष्यंत कुमार कर गए इशारों ही इशारों पर त्रिवेंद्र रावत पर जुबानी वार
दरअसल बीते दिन गुरुवार को देहरादून पहुंचे प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने आज आगामी चुनाव 2022 के चुनाव में जीत हासिल करने के लिए मंत्रियों के साथ बैठक की और 2022की रणनीति तैयार की। प्रदेश प्रभारी ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आगामी चुनाव को लेकर मंथन किया। भाजपा को किसी भी हाल में जीत चाहिए और इसी के चलते केंद्र से कई दिग्गज कई बार उत्तराखंड आ चुके हैं और आगामी चुनाव पर मंथन कर चुके हैं। वहीं बता दें कि आज देहरादून में मीडिया से रुबरु होते हुए एक पत्रकार के सवाल पर प्रदेश प्रभारी ने ऐसा बयान दिया जिससे साफ है कि उन्होंने इशारों ही इशारों में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत को जवाब दिया है। जी हां इशारों ही इशारों में दुष्यंत कुमार त्रिवेंद्र रावत पर जुबानी वार कर गए।
दुष्यंत कुमार गौतम का त्रिवेंद्र रावत के बयान पर पलटवार
आपको बता दें कि गुरुवार को पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत एक होली मिलन कार्यक्रम में शिरकत करने गए थे जहां पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने इशारों ही इशारों में ये जता दिया था कि वो पार्टी से नाराज है। इस कार्यक्रम में त्रिवेंद्र रावत ने बड़े जोश में कहा था कि अभिमन्यु छल से मारा गया था। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत को महाभारत के युद्ध की याद आ गई थी और उन्होंने कहा था कि उन्हें नहीं पता उन्हें क्यो हटाया गया लेकिन उन्हें खुशी है कि वो बेदाग होकर निकले। तो वहीं आज मीडिया से बात करते हुए दुष्यंत कुमार गौतम भी इशारों ही इशारों में त्रिवेंद्र रावत पर वार कर गए। जी हां बता दें कि दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि हमारी पार्टी में ये जरुरी नहीं कि जो जब तक जिंदा है तब तक पार्टी मे बने रहेंगे। हमारी पार्टी एक परिवार की पार्टी नहीं है कि वो आया और वो बना रहेगा और जब तक बना रहेगा जब तक मरेगा नहीं।
मेरे 4 साल के कार्यकाल में मुझ पर एक भी दाग नहीं लगा-त्रिवेंद्र रावत
बता दें कि पूर्व सीएम बीते दिन बाला वाला में होली मिलन कार्यक्रम में जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि मुझे क्यों हटाया गया मुझे नहीं मालूम। पूर्व सीएम ने कहा कि मेरे 4 साल के कार्यकाल में मुझ पर एक भी दाग नहीं लगा. त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि राजनीति की काली सुरंग में मैं एक साफ सुथरे चेहरे के साथ बाहर निकला हूं. उन्होंने कहा कि मुझे चाहे कितने भी कष्ट झेलने पड़े, वे कष्ट झेलूंगा औऱ लोगों कीसेवा करता रहूंगा। त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता कष्ट में हैं और भावुक भी हैं.
पूर्व सीएम ने कहा कि मैं लगातार इसको महसूस भी कर रहा हूं, मैंने उनसे कहा कि मैं जितने दिन भी मुख्यमंत्री पद पर रहा मैंने बहुत साफ-सुथरे तरीके से सरकार चलाने की कोशिश की. मेरे राजनीतिक करियर पर कोई भी दाग नहीं लगे, मैंने हमेशा उससे बचने का प्रयास किया. मुझे इस बात की खुशी है कि मैं इन 4 सालों में अपने आपको साफ सुथरा बाहर निकला रहा हूं. हमारे राज्य की जनता और क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को भी गर्व होना चाहिए जिनकी वजह से मैं विधायक और बाद में मुख्यमंत्री बना.
पूर्व सीएम ने त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि 4 सालों में उन्होंने प्रदेश के युवाओं और महिलाओं की मजबूती के लिए कई योजनाएं शुरू कीं थी. जिसको लेकर कुछ लोगों को बहुत कष्ट हुआ होगा. मैं इस बारे में कुछ कहना नहीं चाहूंगा. लेकिन मैं आपका हूं, और आपके बीच ही रहकर पूरी ईमानदारी के साथ काम करता रहूंगा.