बीएमसी द्वारा कंगना के 48 करोड़ के आलीशान ऑफिस के कई हिस्सों को अवैध निर्माण बताते हुए ध्वस्त किया गया। जिसके बाद कंगना ने जमकर उद्धव सरकार पर वार किया और फिर चैलेंज किया। कंगना ने अपने ऑफिस को राम मंदिर बताया और फिर बनाने का चैलेंज दिया। वहीं कोर्ट ने बीएमसी- सरकार को इस कार्रवाई के लिए फटकार लगाई क्योंकि महाराष्ट्र में 30 सितंबर तक लॉकडाउन है और कोई भी अवैध निर्माण ध्वस्त करने की अनुमति नहीं है। कोर्ट ने कार्रवाई रोकने का फैसला सुनाया लेकिन तब तक बहुत कुछ तहस नहस हो चुका था।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी नाराज
वहीं अब कंगना के खिलाफ की गई कार्रवाई में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी एक्टिव हो गए हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कंगना के खिलाफ की गई इस कार्रवाई पर सरकार और बीएमसी के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है और उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मुख्य सलाहकार अजेय मेहता से चर्चा की. राज्यपाल ने कार्रवाई पर नाराजगी जताई. अजेय मेहता ने कहा कि वो सीएम उद्धव ठाकरे को जानकारी दे देंगे. वहीं, राज्यपाल कोश्यारी इस विषय पर केंद्र को एक रिपोर्ट देने वाले हैं.
आपको बता दें कि कंगना रनौत ने गुरुवार को ट्वीट करके कहा कि तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुंह बंद करोगे मगर मेरी आवाज मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुंह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ वंशवाद का एक नमूना हो.’