देहरादून- सूबे की भाजपा सरकार से कांग्रेस बेहद नाराज है। गांधी पार्क में राज्य सरकार के खिलाफ कांग्रेसियों ने जोरदार धरना प्रर्दशन किया और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और प्रदेश अध्य़क्ष प्रीतम सिंंह की अगुवाई में धरना देते कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार पर तोहमत लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार विपक्ष की न केवल अवहेलना कर रही है बल्कि उनका उत्पीड़न भी कर रही है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, मौजूदा वक्त में सरकार विपक्ष को गंभीरता से नहीं ले रही है। विपक्ष के साथ घोर भेदभाव हो रहा है। कहीं कांग्रेसी विधायकों के सड़कों के प्रस्तावों को नजरअंदाज किया जा रहा है तो कहीं मुख्यमंत्री राहत कोष के वितरण में कांग्रेसी विधायकों की सिफारिशों पर अमल ही नहीं किया जा रहा है। प्रीतम ने कहा सीएम त्रिवेंद्र रावत कह चुके हैं कि राज्य के विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में सालाना 10 करोड़ के सड़कों के प्रस्ताव को दे सकते हैं और अपने क्षेत्र के जरूरतमंदों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सालान 50 लाख तक तक मदद दिलवा सकते हैं। लेकिन हकीकत ये है कि कांग्रेस के विधायकों के प्रस्तावों को रद्दी की टोकरी मे डाला जा रहा है।
वहीं प्रीतम सिंह ने मौजूदा सरकार पर लोकतंत्र की स्वस्थ परम्पराओं को नजरअंदाज करने का आरोप भी लगाया। प्रीतम सिंह ने पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे का हवाला देते हुए कहा कि, पीएम मोदी सरकार बनने के बाद दो बार केदारधाम आ चुके हैं लेकिन एक बार भी राज्य की मौजूदा सरकार ने केदारनाथ से निर्वाचित कांग्रेस विधायक मनोज रावत के प्रोटोकॉल को तरजीह नहीं दी।
सरकार के खिलाफ धरना करने वाले कांग्रेसियों ने चेतावनी दी कि अगर भाजपा सरकार ने अपनी कार्यशैली नहीं बदली तो कांग्रेस पूरे प्रदेश मे सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन चलाएगी।