वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी फीस बढ़ोतरी को लेकर राज्य औऱ केंद्र की भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया और इस फैसले को लेकर डबल इंजन की सरकार को घेरा.
शायद ही कोई उत्तराखंड का बच्चा डॉक्टर बन सकेगा
दरअसल पूर्व सीएम हरीश रावत ने फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा कि धन्य हो डबल इंजन, आपने ऐसा निर्णय लिया कि अब उत्तराखंड के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में शायद ही कोई उत्तराखंड का बच्चा डॉक्टर बन सकेगा, प्रवेश ले सकेगा और डॉक्टर बन सकेगा। बड़ा भारी तोहफ़ा दिया है आपने।
क्या हमारी स्थापित की हुई सभी परम्पराओं को वो बदल डालेंगे-हरदा
साथ ही उन्होंने एक और पोस्ट फेसबुक पर किया औऱ कहा कि क्या डबल इंजन सरकार ने यह तय कर लिया है, कि हमारी स्थापित की हुई सभी परम्पराओं को वो बदल डालेंगे, चाहे उसका परिणाम कितना ही जनविरोधी क्यों न हो। #मेडिकल में दाख़िला लेने वाले बच्चों के लिए मनमानी फ़ीस न लगाई जाए इसलिए राज्य सरकार ने न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी, वही कमेटी फ़ीस का निर्धारण करती थी।
राज्य सरकार ने एक अजीब सा निर्णय लिया, इस निर्णय में भयंकर #भ्रष्टाचार की बू आती है, गंध आती है। उन्होंने मेडिकल में प्रवेश लेने वाले छात्रों की फ़ीस निर्धारित करने का अधिकार मेडिकल कॉलेजस को दे दिया, अब परिणाम ये है कि मेडिकल में प्रवेश लेने वाले छात्र को चार गुना फ़ीस देनी पड़ेगी, उससे भी ज़्यादा फ़ीस अब देनी पड़ेगी।