लेकिन अब सामने आई रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. जी हां रिपोर्ट में बात सामने आई है कि इस दौरान विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान तक कमांड रूम से रेडियो के जरिए लगातार कमांड भेजी जा रही थी लेकिन उन तक यह कमांड नहीं पहुंची। जिसका नतीजा यह हुआ कि अभिनंदन मिग-21 से पाक लड़ाकू विमान एफ-16 का पीछा करते हुए पीओके में चले गए थे। जिसके बाद भारत सरकार ने उनका तुरंत रैस्क्यू कराया था।
अगर सुरक्षित रेडियो संदेश होता तो पाक के कब्जे में जाने से बच सकते थे अभिनंदन
इस घटना की जांच के बाद डिप्टी एयर चीफ एयर मार्शल वीआर चौधरी ने बताया कि अगर सुरक्षित रेडियो संदेश होता तो अभिनंदन पाक के कब्जे में जाने से बच सकते थे। उन्होंने बताया कि अभिनंदन के लिए भेजी जा रही कमांड पाकिस्तान की वायुसेना ने सुना और उन संदेशों को अभिनंदन तक पहुंचने से भी रोक दिया था।
भारतीय वायुसेना ने लिया सबक
लेकिन विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के साथ हुए हादसे के बाद से भारतीय वायुसेना ने सबक ले लिया है। आने वाले समय में इस तरह की घटना दोबारा ना हो इस बात को ध्यान में रखते हुए अपने रेडियो सिस्टम दुरुस्त करने का फैसला किया है। बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद भारत ने बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। इस हमले में 200 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर थी।
रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है। बताया जा रहा है कि इजरायली कंपनी राफेल से रेडियो सेट खरीदे जाएंगे जिन्हें बाद में भारत में बनाया जाएगा। यह स्पष्ट नहीं है कि ये रेडियो सेट भारत में सरकारी कंपनी बनाएगी या फिर प्राइवेट।