देहरादून : अनुशासनहीनता के लिए पार्टी से बाहर हुए और फिर वापसी भी लेकिन खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की हनक नहीं गई। जी हां इसका नजारा कल देखने को मिला जब कुंवर प्रणव चैंपियन को घर वापसी की इतनी खुशी हुई कि उन्होंने देहरादून से लेकर हरिद्वार तक गाड़ियों का काफिला निकाला। विधायक जी के लिए ट्रैफिक साफ कराया गया औऱ विधायक जी गाड़ी से हाथ बाहर निकाले लोगों को हाथ दिखाते नजर आए लेकिन क्या जनता उन्हें देखना चाहती है ? हां वहीं उत्तराखंड की पहाड़ी जनता जिसे विधायक चैंपियन ने गाली दी थी। हां वहीं वीडियो जिसमे विधायक हथियार लिए जाम छलकाए पहाड़ियों को गाली देते दिखे। हां वहीं पहाड़ी जनता जिसने भाजपा को जिताया और सत्ता दिलाई। 13 महीने से पार्टी से निष्कासित विधायक की हनक वही की वही है। शायद उन्हें ये लगता है कि 13 महीने दिखावा था औऱ मैं तो हूं ही कुंवर चैंपियन… बता दें कि वापसी के साथ उनकी हनक फिर से लौट आई है। दरअसल बुधवार को सोशल मीडिया में उनका एक वीडियो वायरल हुआ। हालांकि उन्होंने इसे पुराना बताते हुए विरोधियों की साजिश करार दिया।
भारी भी़ड़ में जश्न मनाते दिखे, निकला गाड़ियों का काफिला
कोरोना काल में जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पुलिस और पीएम मोदी से लेकर सीएम और सफेद पोश नेता लोगों को कोविड-19 से बचने के लिए नियम कानून समझा रहे हैं लेकिन ये उन्होंने भाजपा विधायक चैंपियन को नहीं सिखाया जो भारी भी़ड़ में जश्न मनाते दिखे और गाड़ियों का काफिला सड़कों पर उतरा और देहरादून से हरिद्वार तक धूम धड़ाका। कहां गया वो नियम जो लोगों के लिए बनाया गया है और चालाना काटा जा रहा है।
कहीं ऐसा न हो कि इसका असर 2022 में पड़े?
इस वीडियो से साफ है कि विधायक चैंपियन को 13 महीने पहले पार्टी से निकाला गया था उससे उन्होंने कोई सीख नहीं ली। उनकी हनक कम होने का काम नहीं लेती। विधायक की वापसी से विपक्षी समेत लोगों में गुस्सा है। लोगों का आरोप है कि पहाड़ियों को गाली देने वाले विधायक की पार्टी में वापसी क्यों और वो भी सजा से पहले। बता दें कि विधायक को पार्टी ने 5 साल के लिए निष्कासित किया था लेकिन मात्र 13 महीने में ही वापसी कर ली जिससे लोगों में खासी नाराजगी है। कहीं ऐसा न हो कि इसका असर 2022 में पड़े?