डेस्क- दुनिया वाकई में खूूबसूरत है, रंग बिरंगी है और आश्चर्यों से भरपूर है।
क्या आप यकीन कर पाओगे कि इस दुनिया में ऐसी भी महिलाएं होंगी जो अपनी पूरी जिंदगी में सिर्फ एक बार नहाती हैं बावजूद इसके उनके बदन से बदबू नहीं आती।
जी हां ये सच है, अफ्रीका के नॉर्थ-वेस्ट नामीबिया के कुनैन प्रांत का। इस इलाके में रहने वाली हिम्बा जनजाति की महिलाएं जिंदगी में सिर्फ एक बार नहाती हैं, वो भी सिर्फ तब जब उनकी शादी होती है। गजब तो ये है कि उन्हें पीने के अलावा पानी का इस्तेमाल करने की भी इजाजत नहीं है। यहां तक कि वे कपड़े भी नहीं धो सकतीं। बावजूद इसके दक्षिण-पश्चिम अफ्रीका में इस जनजाति की महिलाओं को हसीन और दिलकश माना जाता है।
यहां की महिलाओं की त्वचा का रंग भी लाल होता है। इसके पीछे भी एक बड़ा कारण है। हिम्बा जनजाति की महिलाएं नहाने की जगह खास जड़ी-बूटियों को पानी में उबालकर उसकी भाप से अपनी बॉडी को फ्रेश रखती हैंं ताकि उनसे बदबू ना आए। मीडिया रिपोर्ट्स की मानी जाए तो जड़ी-बूटियों की खुशबू से इन महिलाओं का जिस्म महकता रहता है और कभी ना नहाने के बाद भी वे ताजगी भरी दिखाई देती हैं।
इस समुदाय की महिलाएं अपनी त्वचा को धूप से बचाने के लिए खास तरह के लोशन का इस्तेमाल करती हैं। यह लोशन जानवर की चर्बी और हेमाटाइट (लोहे की तरह एक खनिज तत्व) की धूल से तैयार किया जाता है। हेमाटाइट की धूल की वजह से उनके त्वचा का रंग लाल हो जाता है। ये खास लोशन उन्हें कीड़ों के काटने से भी बचाता है।
कहा जाता है कि महिलाएं इस वजह से भी हेमाटाइट का इस्तेमाल करती हैं ताकि उनका त्वचा का रंग लाल हो जाए और वह मर्दों से अलग दिखें।