देहरादून (मनीष डंगवाल): देश में नई शिक्षा नीति को लेकर तैयारियां चल रही हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई शिक्षा नीति को ड्राफ्ट तैयार कर रहा है। एचआरडी मिनिस्ट्री ने जो ड्राफ्ट राज्यों को भेजा है, उसमें शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव की तैयारी और तस्वीर नजर आ रही है। ड्राफ्ट में कई ऐसे बिंदु शामिल किए गए हैं, जिनको देखकर हर कोई चैंक जाएगा।
नई शिक्षा नीति के ड्राफ्ट की बात करें तो स्कूलों में प्रवेश की न्यूनतम आयु 6 साल से घटाकर 3 साल किए जाने का सुझाव रखा गया है। इसमें जो सबसे बड़ी और चैंकाने वाला बिंदु है। उसके अनुसार 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षा को समाप्त किए जाने का सुझाव भी रखा गया है। केंद्र सरकार के उस सुझाव को कई राज्यों से समर्थन भी मिला है। जबकि कई राज्यों ने प्रस्ताव को गलत बताया है।
इतना ही नहीं बोर्ड परीक्षा के स्थान पर कक्षा 9 से 12 तक समेस्टर प्रणाली लागू किए जाने का प्रस्ताव रख गया है। हालांकि उत्तराखंड राज्य के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय को ये सुझाव पंसद नहीं आया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय का कहना कि बोर्ड परीक्षा समाप्त कर अच्छे परीणाम नहीं आ सकेंगे। इसलिए उन्होंने इस प्रस्ताव पर असहमति जता दी है।