नई टिहरी: तमाम कोशिशों के बावजूद पहाड़ में 108 सेवा की स्थितियां नहीं सुधर पा रही हैं और न ही शासन प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है। रविवार को गोपेश्वर के निकट हल्दापानी गांव में जहां एक महिला ने कूड़ा वाहन में नवजात को जन्म दिया, वहीं रविवार की देर रात टिहरी के जाखणीधार ब्लॉक के मोल्डा गांव में भी 108 वाहन सेवा ने तकनीकी खराबी का हवाला देकर आने इन्कार कर दिया और मजबूरी में दूध के वाहन में महिला को अस्पताल ले जाने लगे। रास्ते में ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया। हांलाकि जच्चा-बच्चा स्वस्थ बताए जा रहे हैं।
108 ने किया आने से इंकार
रविवार की रात करीब 11 बजे मोल्डा गांव निवासी प्रियंका पत्नी विनोद ममगांई को प्रसव पीड़ा हुई। प्रियंका का पति विनोद दिल्ली में नौकरी करता है। पड़ोसियों ने 108 सेवा को फोन किया, पर उन्होंने आने से इन्कार कर दिया। इसके बाद गांव के ही हीरामणि ममगांई के दूध वाहन में महिला को पिलखी अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन घोंटी पुल के समीप ही महिला ने नवजात को जन्म दे दिया। इसके बाद ग्रामीण महिला और नवजात को लेकर पिलखी अस्पताल पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने दोनों की हालत सामान्य बताई।
सोमवार को ग्रामीण दोनों को लेकर गांव लौट गए। इस संबंध में 108 सेवा के जिला समन्वयक ललित जोशी ने बताया कि 108 सेवा में खराबी होने के कारण वह रात को नहीं चलती है। इस कारण सेवा नहीं भेजी गई होगी।
बीती 28 अगस्त को भी मंदार गांव निवासी शूरवीर लाल की बेटी मंजू की तबीयत अचानक खराब हो गई। परिजनों ने 108 सेवा को फोन किया, लेकिन बताया गया कि गाड़ी खराब है। इसके बाद परिजनों ने प्राइवेट वाहन की व्यवस्था की थी।
108 सेवा की जिले में बुरी हालत है। इस संबंध में महानिदेशालय को पत्र भेजकर अवगत करा दिया है। जल्द ही बजट मिलेगा तो एंबुलेंस की मरम्मत कराई जाएगी।
डॉ. वाईएस थपलियाल, सीएमओ टिहरी गढ़वाल