लक्सर क्षेत्र में डेंगू के आए दिन नए मामले सामने आ रहे हैं. लक्सर के अकेले सिमली मोहल्ले में 1 दर्जन से अधिक डेंगू के मामले सामने आए हैं जिनका अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है. लेकिन इस सच्चाई को विभाग के अधिकारी मानने को तैयार नहीं है. विभाग के अधिकारी इस आंकड़े को गलत बता रहे हैं. स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में डेंगू मरीजों की संख्या 4816 तक पहुंच गई है। इसमें देहरादून जिला में छह और नैनीताल में दो लोगों की मौत हुई है।
अगस्त के दूसरे पखवाड़े और सितंबर में तो डेंगू कहर बनकर टूटा
आपको बता दें कि इन दिनों हरिद्वार सहित में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है. इस साल जनपद में यूं तो डेंगू के मरीजों के मिलने का सिलसिला जून माह से ही शुरू हो गया था अगस्त के दूसरे पखवाड़े और सितंबर में तो डेंगू कहर बनकर टूटा है. हर बार के एलाइजा जांच में अधिकतर मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है.
186 मरीज एलाइजा पॉजिटिव
एलाइजा टेस्ट के आधार पर जनपद में 186 मरीज एलाइजा पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं हर दिन तमाम मरीज डेंगू संभावित मिल रहे हैं हालांकि स्वास्थ्य विभाग इससे इत्तेफाक नहीं रखता है. विभाग के अधिकारी के अनुसार सिर्फ 4-5 लोगों में ही डेंगू की पुष्टि हुई है.
लक्सर सीएससी के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक का बयान
लक्सर सीएससी के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनिल वर्मा की मानें तो अभी तक लक्सर क्षेत्र में महज डेंगू के चार पांच मामले ही पॉजिटिव पाए गए हैं. उनके अनुसार संभावित स्थानों पर टीम भेजकर जहां संभावित रोगियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. वहीं लोगों को डेंगू से रोकथाम के लिए जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कुछ और संभावित रोगियों के एलाइजा जांच कराई गई है. जांच के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी.
डेंगू से बचाव
उन्होंने लोगों को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक होने की अपील की. उन्होंने बताया कि कि लोग अपने घरों के आसपास पानी किसी पात्र में जमा न होने दें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. दिन में या शाम को घरों से बाहर पूरी बाजू के कपड़े पहने कूलर का पानी नियमित रूप से बदलते रहे उन्होंने लोगों को सावधानी बरतने के साथ ही कहा कि डेंगू कोई खतरनाक बीमारी नहीं है महेश सही समय पर उपचार मिलने की जरूरत है