देहरादून: उत्तराखंड राज्य विधानसभा में गाय को राष्ट्रमाता बनाने का प्रस्ताव पास किया गया था। प्रस्ताव पास हुआ, लोगों ने तारीफ भी की। सरकार ने इसे अपनी उलब्धि के रूप में भी पेश किया। लेकिन, हैरानी वाली बात ये है कि जो गायें सरकार के संरक्षण में पल रही हैं। उनका सरकार को कोई ख्याल ही नहीं हैं। केदारपुरम कांजी हाउस में सरकार के संरक्षण 435 गायें पाली जा रही हैं। इनमें से शहरभर से लाया जाने वाला गोवंश भीी रखा जाता है। पिछले एक माह में 102 गोवंश की मौत हो जाती है और सरकार को पता ही नहीं है या फिर सरकार मामले का सामने लाना ही नहीं चाहती।
केदारपुरम की दूरी उस विधानसभा से मात्र दो किलोमीटर है, जिस विधानसभा में गाव को राष्ट्रमाता घोषित किये जाने का प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार को भेजा गया था। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो केदारपुरम कांजी हाउस में जुलाई माह में ही 102 गोवंश की मौत हो गई और सरकार को इसकी खबर तक नहीं है।
जानकारी के अनुसार कांजी हाउस में बंद गायों की हालत इतनी बद्दतर हो गई है कि देख-रेख के अभाव में लगातार इनकी मौत हो रही है। गायों की ढंग से देखभाल नहीं की जा रही है। उनको चारा भी ढंग से नहीं दिया गया। और तो और 102 गोवंश की मौत की जानकारी सरकार देने के बाद भी सरकार ने अब तक जागी नहीं है।