देहरादून। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अब खुलकर विजय बहुगुणा और उनके साथियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हरीस रावत ने आरोप लगाया है कि विजय बहुगुणा, विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा और उनके एक मित्र भूपेश उपाध्याय ने आमबाग इलाके में टिहरी विस्थापितों की जमीन हड़प ली है। भूपेश उपाध्याय की पत्नी के नाम से आमबाग में भूमि खरीदने का आरोप हरीश रावत ने लगाया है।
हरीश रावत ने इसके साथ ही राज्य के दो बड़े ब्यूरोक्रेट्स के सहयोग से विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप भी बीजेपी पर लगाए हैं। हालांकि हरीश रावत ने इन ब्यूरोक्रेट्स के नामों का खुलासा नहीं किया है। हरीश रावत ने अब राज्य में आक्रामक रूप से लोकतंत्र बचाओ लड़ाई के शुरु करने का ऐलान भी किया है।
हरीश रावत ने केंद्र की मोदी सरकार पर खुद की जासूसी का आरोप भी लगाया है। हरीश रावत ने कहा है कि केंद्रीय एजेंसियों की मदद से उनकी जासूसी इस तरह से की जा रही है मानों वो कोई देशद्रोही हों। हरीश रावत ने अपने फोन कॉल्स की रिकार्डिंग की बात भी कही है।
हरीश रावत ने राज्य की जनता से माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि सरकार चलाने के लिए विजय बहुगुणा के दबाव में कई मसलों पर चुप्पी साध ली थी।