देहरादून। पीडीएफ और यशपाल आर्य की नाराजगी के बीच मुख्यमंत्री हरीश रावत दिल्ली पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि हरीश रावत राज्यसभा की खाली हो रही एक सीट के लिए मचे घमाासान के बारे में कांग्रेस आला कमान से चर्चा करेंगे। हरीश रावत इस पूरे प्रकरण में अपना रुख स्पष्ट करने के साथ साथ आलाकमान से भी निर्देश लेंगे। हरीश रावत के तेवरों से साफ है कि वो प्रदीप टम्टा के नाम पर बैकफुट पर नहीं जाने वाले। सूत्रों की मानें तो प्रदीप टम्टा को राज्यसभा प्रत्याशी बनाए जाने का सुझाव हरीश रावत का ही था। हरीश रावत ने इसकी तैयारी पहले से कर रखी थी। हालांकि हरीश रावत ने इस बारे में किसी को भनक नहीं लगने दी थी लेकिन प्रदीप टम्टा के नाम पर हरीश रावत पहले से ही मन चुके थे।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने प्रदीप टम्टा को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है उसके बाद से कई लोगों की नाराजगी सामने आ चुकी है। सरकार में कांग्रेस की सहयोगी पीडीएफ के विधायक और कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै ने राज्यसभा के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। वहीं कांग्रेसियों का एक तबका प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को भी भी राज्यसभा भेजना चाहता है। वहीं कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्या भी नाराज चल रहे हैं। रविवार को यशपाल आर्य को आनन फानन में हरीश रावत ने स्टेट हेलिकॉप्टर भेजकर देहरादून बुलाया। इसके बाद आर्या को मनाने की कोशिश की जा रही है।