देहरादून। राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल ने ग्रीष्म ऋतु में बढ़ती गर्मी में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति तथा डायरिया जैसे जल-जनित रोगों की रोकथाम के लिए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सहित सभी जिलाधिकारियों को पूर्व में दिये गये निर्देशों के क्रम में आज पुनः हिदायतें दी है। बढ़ती गरमी में जल-जनित रोगों के बढ़ने की आशंका के दृष्टिगत इन पर प्रभावी रोकथाम तथा निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन) से उत्पन्न खतरों पर नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम किये जायें साथ ही स्वच्छता सम्बन्धी जागरूगता अभियान भी जारी रखा जाये। डायरिया और डिहाइड्रेशन जैसी स्थितियों से निपटने के लिए प्रत्येक चिकित्सालय में पर्याप्त मात्रा में जरूरी दवाईयों तथा ओ.आर.एस.(ओरल रिहाइड्रेसन सिरप) की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
राज्यपाल ने जिलाधिकारी अल्मोड़ा को विशेष रूप से निर्देशित किया है कि इलाज के लिए हल्द्वानी लाये गये डायरिया के मरीजों की देखभाल में कोई कमी न रहे। उन्होंने 9 मई से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा रूट पर भी एण्टी-डायरिया प्रिकाॅसनरी मेजर्स अपनाये जाने के निर्देश दिये हैं।
राज्यपाल ने देहरादून जनपद के कालसी व चकराता क्षेत्रों तथा पिथौरागढ़ जनपद के कुछ शहरों में पेयजल की किल्लत की खबरों का गम्भीर संज्ञान लेते हुए शासन के उच्चाधिकारियों, जल संस्थान व सम्बन्धित जिलाधिकारियों को विशेष रूप से हिदायत दी है कि शद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था प्राथमिकता पर की जाये।