रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग में जखोली ब्लाक के रौठिया गांव में बादल फटने (अतिवृष्टि) से 40 से अधिक खेत बह गए। इस दौरान खेतों में काम कर रही महिलाओं ने भागकर किसी प्रकार जान बचाई। गांव का पैदल मार्ग भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। बृहस्पतिवार देर शाम रौंठिया गांव में अतिवृष्टि ने कहर बरपाया है। मलबा और पानी कई खेतों को बहाकर ले गया। दोपहर बाद से मौसम खराब होने लगा था। तीन बजे से तेज बारिश शुरू हो गई। इस दौरान कई महिलाएं खेतों में काम कर रही थी। लगभग साढ़े पांच बजे खेतों से करीब एक किमी ऊपर जंगल क्षेत्र में अतिवृष्टि से उफान आ गया। इस दौरान खेतों में काम कर रही महिलाओं को ग्रामीणों ने शोर मचाते हुए वापस बुलाया, जिससे उनकी जान बच पाई। जंगल की तरफ से भारी मलबा आने से एक के बाद एक खेत बहते गए। गांव का पैदल रास्ता भी कई स्थानों पर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे आवाजाही बाधित हो गई है। अतिवृष्टि से रौंठिया-घेंघड़ मोटर मार्ग भी कई स्थानों पर बंद हो गया है। इधर तिलवाड़ा के निकट मवाण गांव में मूसलाधार बारिश से गांव का पैदल रास्ता, पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। गांव के बीच से बह रहे गदेरे के उफान से कई खेत बह गए हैं, जबकि कई खेत मलबे में दब गए हैं