देहरादून। भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड प़ॉवर कारपोरेशन यूपीसीएल में 1000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है। भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि केंद्र की आरएपीडीपी योजना के तहत मिलने वाली धनराशि का उत्तराखंड में घोटाला किया गया है। बीजेपी ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग भी की है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता विमय गोयल का आरोप है कि यूपीसीएल ने केबल के काम कराने के लिए ई टेंडरिंग कराई थी। इन टेंडरों की अनुमानित लागत 49.12 करोड़ रुपए थी जबकि टेंडर इससे कहीं अधिक 66.77 करोड़ में दे दिया गया। ये टेंडर तीन कंपनियों को दिए गए उनके मालिक आपस में रिश्तेदार हैं। भाजपा ने आरोप लगाया है कि इन्हीं तीनों कंपनियों को बाद में बिना टेंडर आमंत्रित कराए तकरीबन 170 करोड़ का काम बांट दिया गया। विनय गोयल का दावा है कि अगर इन टेंडरों को अलग बांटा नहीं जाता तो कई बड़ी कंपनियां इसके लिए प्रतिस्पार्धात्मक टेंडर डालती और राज्य में गुणवत्ता वाला काम होता।
भाजपा प्रवक्ता ने इस कथित घोटाले के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय औऱ यूपीसीएल के एमडी को दोषी बताया है। विनय गोयल ने मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।