पिथौरागढ़- पूर्व मुख्यमंत्री निशंक पोखरियाल को जान से मारने की धमकी के आरोप से बरी युवक पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय में भूख हड़ताल पर बैठ गया है. युवक का कहना है कि पुलिस ने उसे झूठे मुकदमें में फंसाया जिससे उसका भविष्य बर्बाद हो गया. युवक का कहना है कि पुलिस अभिरक्षा औऱ मुकदमें में हुई पैरवी में उसका बहुत नुकसान हुआ जिसकी मनोज ने भरपाई की मांग की हैै.
अज्ञात व्यक्ति नें दून पुलिस को फोन कर पूर्व सीएम को बम से उड़ाने की धमकी दी थी
हड़ताल पर बैठे पिथौरागढं के बंगापानी तहसील के सिलिंग गांव के मनोज कुमार ने बताया कि 2010 में किसी अज्ञात व्यक्ति नें देहरादून पुलिस को फोन कर तत्तकालीन मुख्यमंत्री निशंक पोखरियाल को बम से उड़ाने की धमकी दी थी,जिसके बाद पुलिस ने धमकी देने के आरोप में मनोज कुमार को गिरफ्तार किया था. जिसके चलते उसे चार महीने जेल में गुजारने पड़े. हालांकि सबूत के अभाव में कोर्ट मे मनोज को दोष मुक्त कर दिया गया.
6 साल चले मुकदमें में 15 लाख रुपये बर्बाद
मनोज का आरोप है कि जेल में रहने के दौरान पुलिस ने उससे खूब मारा जिससे उसे स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ा साथ ही 6 साल चले मुकदमें में उसके 15 लाख रुपये बर्बाद हुए.
पुलिसकर्मियों और आरोपी के खिलाफ कार्रवाही की मांग
मनोज कुमार ने सरकार से नौकरी की मांग की है साथ ही उसके भविष्य के साथ खेलने वाले आऱोपी और पुलिसकर्मियों को सजा देने की मांग की है.
पहले भी कर चुका है आमरण अनशन, सरकार ने तुड़वाया
आपको बता दें इससे पहले भी मनोज 26 जनवरी 2018 को आमरण अनशन कर चुका है लेकिन सरकार ने झूठा आश्वासन देकर उसका अनशन तुड़वा दिया था.
जान देने को भी तैयार मनोज
वहीं आमरण अनशन पर बैठे मनोज का कहना है कि अगर उसकी मांग नहीं मानी गई तो जान ही क्यों न देनी पड़े वो देगा.