भगवान बद्रीनाथ के कपाट कल विधि-विधान पूर्व खोल दिए गए हैं। धाम के कपाट खुलने के बाद हुआ एक चमत्कार चर्चाओं का विषय बन गया है। जिसे देश के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है।
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कपाट खुलने के बाद बद्रीनाथ धाम में हुआ चमत्कार
बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद धाम में एक चमत्कार हुआ है। जिसे देश के लिए बेहद ही शुभ माना जा रहा है। बर्फबारी के बीच जब बृहस्पतिवार को सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर वृष लग्न में बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले गए तो एक ऐसी घटना हुई कि जिसे हर कोई चमत्कार मान रहा है।
भगवान बद्रीनाथ को ओढ़ाए गए घृतकंबल का घी मिला ताजा
धाम के कपाट खुलने के बाद जब देखा गया तो भगवान बद्रीनाथ को ओढ़ाए गए घृत कंबल पर इस बार भी घी ताजा मिला। धाम के धर्माधिकारियों ने बताया कि घृतकंबल पर घी ताजा मिलने का अभिप्राय ये है कि देश में खुशहाली बनी रहेगी।
पिछले साल भी भगवान बद्रीनाथ को ओढ़ाए गए घृतकंबल पर भी घी ताजा मिला था। इस साल इतनी बर्फबारी के बाद ठंड होने के बाद भी अगर घी सूखा नहीं है तो ये किसी चमत्कार से कम नहीं है।
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देश के लिए माना जा रहा है शुभ संकेत
घृतकंबल पर लगे घी का ना सूखना चमत्कार माना जा रहा है। तीर्थ पुरोहित इसे देश के लिए शुभ संकेत मान रहे हैं। बता दें कि हर साल धाम के कपाट बंद होने पर भगवान बद्रीनाथ को घी में लिपटा कंबल ओढ़ाया जाता है।
अगर कंबल का घी ज्यादा नहीं सूखा है तो उस साल देश में खुशहाली रहेगी। लेकिन अगर कंबल का घी पूरी तरह सूख गया या कम हो गया तो उस साल देश में सूखा या अत्यधिक बारिश की आशंका रहती है।
माणा गांव की महिलाएं और कन्याएं तैयार करती हैं घृतकंबल
घृतकंबल कंबल को विशेष रूप से माणा गांव की महिलाओं द्वारा तैयार किया जाता है। सबसे खास बात ये है कि इस कंबल को कन्याएं और सुहागिन महिलाएं एक ही दिन में तैयार करतीं हैं। जिस दिन ये कंबल तैयार किया जाता है उस दिन माणा गांव की कन्याएं और महिलाएं उपवास रखती हैं।