ब्यूरो- बगावत की आग से सूबे के दोनों दल जूझ रहे हैं। चुनावी घड़ी में अनुशासन का डंडा भी चल रहा है। बगावत की आग से झुलसी भाजपा ने 17 सीटों पर जहां कार्रवाई करते हुए बगावत पर अमादा नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है वहीं अब 18 वें बागी के रूप में देवप्रयाग से अपनी पिछली सरकार और चुनावी साथी दिवाकर भट्ट को भी भाजपा से 6 साल के लिए दल से बाहर कर दिया है। हालांकि दिवाकर भट्ट ऩए-नए भाजपाई बने थे। उन्हें उम्मीद थी इसकी एवज में भाजपा उन्हें देवप्रयाग से टिकट दे देगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बहरहाल लोग कह रहे हैं कि कहीं इसी को तो नहीं कहते ‘बे आबरू होकर कूचे से बाहर निकलना’