पिथौरागढ़- सूबे का सीमांत जिला पिथौरागढ़ जिला चार विधानसभा क्षेत्रों में बटा हैं। जिनमें से मौजूदा वक्त में तीन विधानसभा सीट कांग्रेस के पास और एक भाजपा के पास। पिथौरागढ जिले की धारचूला सीट से राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रतिनिधित्व करते हैं हालांकि वे उपचुनाव में जीते थे। ये अलग बात है कि उससे पहले भी धारचूला सीट कांग्रेस के पास ही थी तब धारचूला प्रतिनिधि हरीश धामी थे। इसके अलावा कांग्रेस के पास पिथौरागढ,और गंगोलीहाट भी हैं। पिथौरागढ़ का प्रतिनिधित्व मयूख महर करते हैं जबकि गंगोलीहाट सुरक्षित सीट के विधायक नारायणराम आर्य हैं। मयूख और आर्य दोनों कांग्रेस के टिकट पर 2012 के विधानसभा चुनाव में विधायक निर्वाचित हुए थे।
पिथौरागढ जिले की चार विधानसभा सीट मे सेे भाजपा के पास सिर्फ एक सीट है डीडीहाट। जहां का प्रतिनिधित्व भाजपा के पूर्व प्रदेंश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल करते हैं। 2017 के चुनाव के लिए अब काफी कम वक्त बचा है। लिहाजा जनता के बीच पकड़ बनाने की जोरदार तैयारियां दोनों दलों की ओर से हो रही हैं। मुख्यमंत्री हरीश रावत जहां घोषणाओं की पोटली पिथौरागढ से लिए खोले बैंठे हैं वहीं भाजपा पर्दाफाश रैली के जरिए सूबे की कांग्रेसी सरकार पर निशाना साध रही है। हरीश के गढ़ धारचूला में आयोजित पर्दाफाश रैली में कांग्रेस के बागी औरअब भाजपा के हरक गरजे तो सुनने वालों की भीड़ देख कर भाजपा की बांछे खिल गई। भाजपा के दिग्गजों को लगता है कि इस बार पिथौरागढ़ में कमल खिलेगा। देखते हैं होता है क्या क्योंकि कांग्रेस के तरकश के तीर अभी निकले नही हैं। बहरहाल पर्दाफाश की भी़ड़ से भाजपा गदगद है।
डीडीहाट के भाजपा विधायक बिशन सिंह चुफाल कहते हैं, “पर्दाफाश रैली में जनता का रूझान है तय है इस बार भाजपा सत्ता में वापसी करेगी और जिले की चारों सीट पर कमल खिलेगा। कांग्रेस सरकार के काम-काज से जनता निराश है इस बार पिथौरागढ भाजपा का गढ़ बनेगा”