देहरादून,संवाददाता- आरटीआई से हुए विवेकाधीन कोष के वितरण पर हुए सनसनीखेज हुए खुलासे के बाबत मुख्यमंत्री हरीश रावत कोई जवाब नहीं दे सके। शुरूवात में तो वे बोले कि भाजपा गाली-गलौज करने वाली पार्टी है पत्रकार उनके चक्कर में कहां फंस गए। ये बताए जाने पर कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा लगभग आठ करोड़ रूपए के वितरण का खुलासा भाजपा ने आरटीआई के जरिए किया है पर मुख्यमंत्री ने पैंतरा बदला और कहा कि, उन्हें इस मामले की कोई जानकरी नहीं है। मालूम हो कि साढे चार साल से अधिक समय के दौरान विधानसभाध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने विवेकाधीन कोष से लगभग 35251 लाभार्थियों को उक्त रकम बांटी थी। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान के इस खुलासे पर कुल लाभार्थियों मे से लगभग 33 हजार लाभार्थी कुंजवाल की विधानसभा क्षेत्र के हैं के बाबत समूची कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है और उसे जवाब देते नहीं बन रहा है। मुन्ना सिंह चौहान के इस खुलासे के साथ ही उनका ये आरोप कि विधानसभाध्यक्ष अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं ने भी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। साफ है कि आरटीआई से हुए इस खुलासे का जवाब देना कांग्रेस के लिए टेढी खीर है।