देहरादून- (मनीष डंगवाल)-सुगभ और दुर्गम में सेवाएं देने को लेकर शिक्षा विभाग में हमेशा बवाल होता रहा है वह चाहे कोटिकरण को लेकर हो या दुर्गम के स्कूलों में सेवाएं देने को लेकर शिक्षक हमेशा ही इसे को लेकर मुखर रहे हैं
शिक्षा विभाग में ऐसे लाखों शिक्षकों में ऐसे गिने ही चुने शिक्षक हैं जो दुर्गम में बच्चों को भविष्य संवारने को लेकर चिंतित रहे. वहीं लाखों शिक्षक ऐसे है जो सुगम में सेवाएं देने को लेकर ख्वाब देखते हैं, लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि किन नेतओं की पत्नियां और रिश्तेदार सुगम का सुख भोग रहे हैं।
सीएम की पत्नी 22 सालों से सुगम में दे रही हैं सेवाएं
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पत्नी सुनिता रावत 22 सालों से देहरादून यानी सुगम स्कूल में अपनी सेवाएं देती आई हैं,लेकिन शिक्षा विभाग को नहीं लगता कि उनका ट्रांसफर अब तबादला मानकों के तहत भी दुर्गम में कर देना चाहिए।
वित्त मंत्री प्रकाश पंत की बीवी भी सुगम में ही तैनात
वित्त मंत्री प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत भी देहरादून के राजपुर रोड़ स्थित जीआईसी में तैनात हैं. 2008 में चंद्रा पंत एससीआरटी में एटैचमेंट के जरिए पहुंची थी,जिसके बाद चंद्रा पंत ने 2015 में अपना ट्रांसफर रोजपुर रोड़ स्थित जीआईसी में करा दिया। खास बात ये है कि वित्त की प्रकाश पंत की बीवी तनख्वाह कुमांऊ के उस स्कूल से जारी होती है जहां से वह एटैच होकर देहरादून पहुंची थी।
बीजेपी विधायक की बीवी भी देरादून में मौजूद
टिहरी से बीजेपी के विधायक धन सिंह नेगी कह पत्नी अनिता नेगी भी देहरादून के राजपुर रोड़ स्थित जीजीआई में 2009 से मौजूद हैं।
कांग्रेस विधायक की पत्नी देहरादून में ही दे रही हैं सेवाएं
प्रताप नगर से कांग्रेस की पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी की पत्नी सुशीला नेगी देहरादून के मेंहू वाला इंटर काॅलेज में तैनात हैं जिनका तबादला टिहरी जिले से कांग्रेस कके शासन काल में 2014 में देहरादून हो गया था।
पूर्व शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद के रिश्तेदार की भी मौज
अब जब उत्तराखंड के मुख्यमंमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और भाजपा कांग्रेस के विधायकों की पत्नियां सुगम में सेवाएं दे रही हैं तो भला शिक्षा मंत्री रहते मंत्री प्रसाद नैथानी कैसे अपने रिश्तेदरों को देहरादून न लाते. मंत्री प्रसाद नैथानी के साले सुरेंद्र डंगवाल देहरादून डायट में कई सालों से तैनात हैं तो मंत्री प्रसाद नैथानी के दमाद प्रेम नगर के पास जमाई कोटला इंटर काॅलेज स्कूल में तैनात हैं।
बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष की बीजेपी भी मौज में
ये तो नेताओं की रिश्तेदारों और पत्नियों की बात हुई जिनकी पहुंच के चलते उनके करीबी सुगम में सेवाएं दे रहे हैं. अब बात करते है भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला की पत्नी की जिनकी बीवी डबल इंजन की सरकार में देहरादून में शिक्षा निदेशालय में पिछले एक साल पहले एटैचमेंट पर पहुंच गई हैं।
सांसद भी नहीं हैं पिछे
जिक्र जब शिक्षा विभाग में अपने करीबियों को सुगम में सेवाएं देने का हो रहा हैं तो भला उच्च शिक्षा की भी बात कर लेत हैं,उच्च शिक्षा विभाग में तैनात उत्तराखंड से भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की बीवी तो हल्द्वानी डिग्री काॅलेज से देश की राजधानी दिल्ली में स्थानीय आयुक्त कार्यालय में कुछ साल पहले एटैचमेंट पर पहुंच गई।
सवाल जो सबसे बड़ा होता है खड़ा
राजनीति में आने की वजह सभी नेता जनता की सेवा करना बताते हों लेकिन अपने करीबियों को कैसे राजनीतिक पहुंच के चलते सभी नेता सुख सुविधा वाली जगह पर तैनाती दिलाना चाहते हैं. उत्तराखंड देश में इसका एक उदाहरण बन चुका है।
ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जिसकी राजनैतिक पहुंच है उसके अपने ही सुख सुविधा वाली जगह नौकरी कर सकते हैं और जिनकी पहुंच राजनीति में शून्य के बराबर है वह उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में सेवाएं देते रहेंगे।