कैबिनेट मंत्री/प्रभारी जिला मंत्री यशपाल आर्य का वाहन सिद्धसौड़ से जब मुसाढुंग-सूर्याप्रयाग मार्ग पर तिलवाड़ा के लिए आगे बढ़ा तो, मंत्री जी वाहन, इस कदर हिचकोले खाने लगा कि उन्हें ड्राइवर को स्वयं कहना पड़ा, धीरे चलो, सड़क काफी खराब है। मोटर मार्ग की हालत देख आर्य ने रोष जताया और जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को कार्यदायी संस्था के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
बीते बृहस्पतिवार को जखोली के सिद्वसौड़ में जनता दरबार के समापन के बाद देर शाम करीब 7 बजे केबिनेट मंत्री यशपाल आर्य लावा-लश्कर के साथ मुसाढुंग-सूर्याप्रयाग मार्ग से तिलवाड़ा होते हुए रुद्रप्रयाग के लिए रवाना हुए। लेकिन एडीबी, लोनिवि और पीएमजीएसवाई द्वारा बनाए गए इस 15 किमी मार्ग से तिलवाड़ा पहुंचने में मंत्री जी के वाहन को करीब डेढ़ घंटा लग गया, कारण, शुरू से आखिरी तक मार्ग पर जगह-जगह पड़े गड्डे, मलबे के ढेर, दोनों तरफ बिखरे बेतरतीब पत्थर और हादसों को न्यौता देते स्क्रपर।
ऐसे में केबिनेट मंत्री वाहन के हिचकोले खाते रहे। उन्हें अपने ड्राइवर को कई बार वाहन की गति कम करने के लिए कहना पड़ा। इस दौरान उनके साथ विधायक भरत सिंह चौधरी व डीएम मंगेश घिल्डियाल भी थे।
तिलवाड़ा पहुंचने पर केबिनेट मंत्री ने सड़क की बदहाली पर भारी नाराजगी जताई। कहा, कि इससे बढिय़ा तो पैदल मार्ग होता है। उन्होंने डीएम मंगेश घिल्डियाल को सड़क निर्माण करने वाले तीनों विभागों के अधिकारियों का स्पष्टीकरण लेने और 15 दिन में मार्ग दुरस्त करने के निर्देश देने को कहा। उन्होंने सड़क निर्माण के जांच के आदेश भी दिए।
वर्ष 2015-16 अप्रैल सूर्याप्रयाग-मुसाढुंग, करीब 15 किमी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूरा हुआ था। मार्ग पर शुरूआती 4 किमी एडीबी, बीच का करीब 6 किमी लोनिवि और शेष 5 किमी पीएमजीएसवाई के पास है। लेकिन तीनों कार्यदायी संस्थाओं द्वारा सड़क निर्माण के नाम पर सरकारी धन को ठिकाने लगाने का काम किया गया है। सिलगढ़ विकास संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष दरम्यान सिंह जखवाल व महामंत्री दीपक सिंह का कहना है कि अधिकारियों को कई बार सड़क की स्थिति से अवगत कराने के बाद भी सुध नहीं ली जा रही है।
डीएम रुद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि सूर्याप्रयाग-मुसाढ़ंग मोटर मार्ग के निर्माण में बरती गई कोताही की जांच की जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। संबंधित तीनों कार्यदायी संस्थाओं से जानकारी मांगी गई है।