रुद्रप्रयाग- जनपद के 23 गांवों के 472 परिवार पुनर्वास की रहा ताक रहे हैं। पिछले 3 वर्ष से भू-गर्भीय सर्वेक्षण और फाइल रुद्रप्रयाग से देहरादून और राजधानी से जिले में घूमने से अधिक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
बता दें पिछले 4 दशक से क्षेत्र के कई गांव भूस्खलन व भू-धंसाव से जिले में कई गांव प्रभावित हुए हैं। जून 2013 के बाद भू-गर्भ विशेषज्ञों के निरीक्षण और सर्वेक्षण के बाद प्रशासन की ओर से राजस्व विभाग व अन्य विभागों के साथ तैयार की गई रिपोर्ट के आधार पर विस्थापन के लिए रुद्रप्रयाग, ऊखीमठ और जखोली तहसील में 23 गांव के 472 परिवार चयनित किए गए। इन विस्थापित होने वाले परिवारों में 61 को राज्य सरकार की ओर से चयनित 46 नाली भूमि पर बसाया जाना है, लेकिन पिछले तीन वर्ष से जिले में सिर्फ पांजणा, सेमी तल्ली, कुणजेठी, कविल्ठा और जालतल्ला गांव का भू-सर्वेक्षण हो पाया है।