लालढांग: क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम वो चुनाव के टाइम वादा जी हां ये कहना है हरिद्वार के ग्रामीँणों का. हरिद्वार ग्रामीण की जनता क्षेत्रीय विधायक से पुरानी हरिद्वारी सड़क निर्माण के लिए किए गए वादे के बारे में पूछ रही है। विधायक ने चुनाव जीतने के दो माह बाद सड़क निर्माण शुरू करने का वादा किया था, सरकार बने पांच माह बीत चुके है, अभी तक वादा सच होता नहीं दिखाई दे रहा है।
कांगड़ी से लेकर बाहर पीली तक छह किलोमीटर लंबे पुरानी हरिद्वारी मार्ग से करीब 35 हजार से ज्यादा लोग जुड़े हैं। हर चुनाव में वोट मांगने वाले इस सड़क के निर्माण का वादा तो करते हैं, मगर चुनाव जीतने के बाद भूल जाते हैं। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में विधायक प्रत्याशी स्वामी यतिस्वरानंद ने चुनाव जीतने के दो माह बाद सड़क निर्माण का वादा किया था, लेकिन सरकार बनने के पांच माह बीत जाने के बाद भी इस पर कोई काम नही हो पाया है। जिससे स्थानीय लोगों में खासा रोष है।
कांगड़ी के ग्रामीणों का कहना है कि पूर्ण बहुमत की सरकार होने के बावजूद भी विधायक वादा नहीं निभा रहे हैं। कहा कि 2012 के चुनाव में भी वादा किया गया था, लेकिन उस दौरान विपक्ष में होना का हवाला दिया गया। कहीं ऐसा ना हो कि पांच साल गुजर जाएं।
वही विधायक यतिस्वरानंद का कहना है कि वादे के अनुसार वो पुरानी हरिद्वारी मार्ग निर्माण के लिए पिछले साढ़े पांच साल से प्रयास कर रहे हैं। पूर्व में कांग्रेस सरकार ने विपक्षी विधायकों की विधानसभा के साथ सौतेला व्यवहार किया। उन्हें बजट नहीं दिया गया। बताया कि अब सरकार बन गई है।
मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलकर इसके लिए बजट जारी करने का अनुरोध किया गया है। फिलहाल गाजीवाली ओर श्यामपुर के बीच में 70 लाख की लागत से एक पुल स्वीकृत हो गया है। जल्द ही पूरी सड़क के लिए बजट मिलने की उम्मीद है।