देहरादून- रानीपोखरी न्याय पंचायत के मौजा रानीपोखरी के लोग आजकल गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। पहले गरमियों मे पानी की किल्लत थी तो अब बरसात में पानी पीने लायक तो क्या बर्तन धोने लायक भी नही है। मजबूरन लोगों को पीने के लिए पानी आस-पास के इलाकों से ढोना पड़ रहा है।
गांंव वालों की माने तो पानी इतना गंदा है कि देखने की इच्छा भी नही होती। गांव के निवासी दीपक पुंडीर की माने तो गंदे पानी की समस्या के लिए महकमे को सूचना दी गई है लेकिन अभी तक कुछ हुआ नही। दीपक का कहना है कि, वे रोज सुबह पीने का पानी बड़कोट ग्राम सभा के लिए बने ट्यूबवेल से लाते हैं। तब जाकर घर वालों को साफ पानी पीने को मिलता है। कुछ ऐसा ही कहना है गांव के रैनापुर-बिशनगढ मार्ग पर बसे परिवारों का । दरअसल इस सड़क के किनारे बसे परिवारों को पानी मौजा रानीपोखरी के लिए बिछी पाइप लाइन से ही सप्लाई होता है। पानी के लिए इस पाइप लाईन पर निर्भर रहने वाली गृहणी विजय लक्ष्मी की मानें तो पहले पानी ठीक आता है लेकिन थोड़ी देर बाद इतना मटमैला हो जाता है उसे उबाल कर ही पिया जा सकता है।
इस बारे मे जब खबर उत्तराखंड ने फोन पर महकमे मे तैनात अवर अभियंता साहब से संपर्क किया तो साहब ने कहा कि, वे सचिवालय मे तैनात है इसलिए गंदे पानी की सप्लाई का मामला उनके संज्ञान में नही है। कोई दिक्कत है तो गांव वालों को दफ्तर में शिकायत दर्ज करवानी चाहिए। वहीं गांव के प्रधान राजपाल कृषाली का कहना है कि गंदे पानी की समस्या इसलिए हो रही है कि जिस ट्यूबवेल से गांव में पीने का पानी सप्लाई होता था वो खराब है और उस पर आजकल काम हो रहा है जल्द ही हालत सुधर जाएंगे।
गजब की बात है जो भरोंसा विभागीय अधिकारी को दिलाना चाहिए था उसे गांव के प्रधान दिला रहें हैं। खैर होता है क्या ये तो वक्त बताएगा लेकिन गांव वालों को साफ पानी का शिद्दत से इंतजार है।