नौगांव: सीआरपीएफ की आंतरिक सुरक्षा अकादमी माउंटआबू में उत्तरकाशी जिले के भाटिया गांव के विपिन सिंह रावत ने असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में पासआउट होकर प्रदेश और जिले का मान बढ़ाया है। इस अकादमी से उत्तराखंड से चार अधिकारी पासआउट हुए। विपिन रावत को पहले ही प्रयास में यह सफलता प्राप्त हुई है। विपिन जब कक्षा सात में पढ़ते थे, उस समय उनके पिता हरीशचंद्र का निधन हो गया था। मां पूर्णी देवी गृहिणी है। तीन भाइयों में विपिन सबसे छोटे हैं। उनके बड़े भाई इंटर कॉलेज में प्रवक्ता हैं, जबकि दूसरे भाई एसोसिएट आर्ट डायरेक्टर है। वे पढ़ाई में शुरू से ही अव्वल रहे हैं।
स्टेट बैंक में क्लर्क के पद पर हुआ था उनका चयन
उन्होंने सरकारी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है। वर्ष 2002 में हाईस्कूल नौगांव और वर्ष 2004 में इंटरमीडिएट इंटर कॉलेज बड़कोट से उत्तीर्ण किया है। स्नातक और स्नातकोत्तर की परीक्षा उन्होंने डीएवी कालेज देहरादून से उत्तीर्ण की है। उसके बाद उनका स्टेट बैक में क्लर्क के पद पर उनका चयन हो गया।
2009 में हुआ सीआरपीएफ में उनका सब इंस्पेक्टर के लिए चयन
वर्ष 2009 में सीआरपीएफ में उनका सब इंस्पेक्टर के लिए चयन हुआ था। उसके बाद पदोन्नति पाकर वह इंस्पेक्टर पद पर नियुक्त हो गए। अगस्त 2017 में विपिन ने परीक्षा पास कर असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में कमीशन पास किया है। माउंटआबू, राजस्थान में वह सोमवार को सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट बने। उनकी पदोन्नति से उनके परिवार और क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई।