उधमसिंह नगर- कुमाऊं विजिलेंस टीम ने प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर 55 सौ की रिश्वत लेते हुए पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया. दरअसल विजिलेंस ने मैनाझुंडि गांव के रहने वाले तरसेम सिंह की शिकायत पर विजिलेंस टीम सितारगंज पहुंची. जिसके बाद विजिलेंस टीम ने 55 सौ रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पटवारी रामसिंह को गिरफ्तार किया।
आस-पास के क्षेत्र में मची अफरा-तफरी
विजिलेंस टीम के पहुंचने के बाद तहसील और आस-पास के क्षेत्र में अफरा तफरी मच गई कई कर्मचारियों ने अपने दफ्तर भी बंद कर दिए और सारे तहसील के पटवारी पटवारी चौकी पहुंच गए जहां विजिलेंस टीम आरोपी पटवारी राम सिंह से पूछताछ कर रही थी। विजिलेंस टीम में पहुंचे SP अमित श्रीवास्तव ने बताया कि तरसेम सिंह की शिकायत पर पटवारी रामसिंह को यह रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है. जिससे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा।
वहीं पटवारी राम सिंह के पकड़े जाने की सूचना जैसे ही बाकी तहसील पहुंची. उसके बाद तहसील से सारे पटवारी इकट्ठा होकर पटवारी चौकी पहुंचे और विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किए गए पटवारी को निर्दोष बताने में लगे. घंटों चली पूछताछ के बाद आखिरकार विजिलेंस टीम गिरफ्तार किए गए पटवारी रामसिंह को अपने साथ हल्द्वानी ले गई।
वहीं बता दें यह सितारगंज में पहला मामला नहीं है जब रिश्वत लेते किसी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. इससे पहले 2017 में भी सितारगंज से कई पटवारी रिश्वत लेते हुए विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है. बावजूद इसके अभी भी राजस्व कर्मियों द्वारा आम जनता से रिश्वत लेने का सिलसिला बंद नहीं हुआ है। पटवारी राम सिंह ने गांव के रहने वाले तरसेम सिंह से प्रमाण पत्र को बनवाने के एवज में मांगे थे 55 सौ रुपए जिसे विजिलेंस टीम गिरफ्तार कर हल्द्वानी ले गई.