उत्तरकाशी- जीरो टॉलरेंस की सरकार में उत्तरकाशी जिले से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पर धांधली करने का आरोप लगा है. जिसके बाद जिले के बड़कोट थाने में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अतोल सिंह रावत पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया.
मालूम हो कि नगर पालिका परिषद बड़कोट के पूर्व पालिकाध्यक्ष का कार्यकाल शुरू से ही विवादों में रहे हैं. राजीव आवास योजना के अलावा पालिकाध्यक्ष पर 2013 में हुए निर्वाचन के समय गलत शपथ पत्र दिये जाने का मुकदमा भी दर्ज हुआ था. जो न्यायालय में गतिमान है इसके अलावा राजीव आवास योजना में स्लम यानी गरीब परिवारों को मिलने वाली योजना राजीव आवास को झुग्गी झोपड़ी वासियों/गरीबों को न देकर अधिकत्तर आवास अमीरों को आवंटिंत कर दिये गये और जिन गरीबों को आवास मिले भी उनके आवास ठेकेदार से बनवाकर घटिया निर्माण कार्य करवाये जो बरसात में टपक रहे है।
नगर पालिका के पूर्व सभासद प्रवीन गौड़, समाजसेवी आनन्द सिंह असवाल, पूरण सिंह रावत, सुनील थपलियाल ने उक्त मामलें की शिकायत मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और शहरी विकास मन्त्री मदन कौशिक से की थी और तात्कालीक जिलाधिकारी डा.आशिष श्रीवास्तव ने उक्त मामलें का संज्ञान लेते हुए तात्कालीक सयुक्त मजिस्ट्रेट रोहित मीणा से राजीव आवास की मजिस्ट्रेटी जांच करवाई, उसमें राजस्व विभाग की सात जांच टीमें बनाई गयी और अधिकत्तर आवास उन लोगों को आवंटित हुए है जिनके पास पहले से दो से तीन पक्के आवासीय भवन थे । बड़े बड़े 20 से 40 कमरों के होटल मालिक , सरकारी सेवा में कार्यरत कर्मचारी, एक ही परिवार के तीन या चार लोगों को लाभ , पंजीकृत ठेकेदार, सरकारी पेंशन्र्स, दुकानदार, वकील, पत्रकार, तीन लाभार्थी तो मृतक हो चुके है ,इतना ही नही दर्जनांे लाभार्थी जो नगर पंचायत क्षेत्र से बाहर गांव के मुल निवासियों को राजीव आवास योजना का लाभ दिया गया और तो और जो आवास बनाये भी गये वह अधिकत्तर डी.पी.आर. ड्रवांईग /नक्शें के अनुसार नही बनाये गये. शौचालय पीट नही बनाये गये, नगर क्षेत्र से बाहर ग्रामीण क्षेत्र में भी आवास बनाये गये जांच रिपेार्ट में दर्शाया गया है।
जांच रिपोर्ट को शासन में दबाया गया जिसको देखते हुए शिकायतकर्ता आनन्द सिंह असवाल और सभासद प्रवीन गौड़ को उच्च न्यायालय की शरण में जाना पड़ा और मा.न्यायालय के निर्देश पर आखिरकार शासन को पूर्व पालिकाध्यक्ष अतोल सिंह रावत पर एफ.आई.आर. दर्ज करने के निर्देश देने पड़े।
पूर्व पालिका सभासद प्रवीन गौड़, आनन्द सिंह असवाल, पूरण सिंह रावत , बुजूर्ग प्रताप सिंह रावत , सुनील थपलियाल ने कहा कि नगर पालिका बड़कोट मंे गरीबों के साथ अन्याय हुआ है , राजीव आवास योजना की स्वीकृत डी.पी.आर. की पहली सूची से कई गरीबों के नाम हटाये गये थे और जिन गरीबों के आवास बने भी वह आज बरसात में टपक रहे है । हमेें मा.न्यायालय पर विश्वास था ।