उत्तरकाशी- मोदी सरकार के तीन साल का गुणगान करने के लिए आजकल भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री से लेकर संगठन के पदाधिकारी मुस्तैद हैं। जनता के बीच जाकर आलानेताओं को मोदी सरकार की हासिल पाई बतानी है। लेकिन आपको ये जानकर ताज्जुब होगा कि सबका विकास सबका साथ मोदी सरकार के तीन साल के बारे में आयोजित कार्यक्रम उत्तरकाशी मे फ्लॉप हो गया।
उत्तरकाशी मे मोदी सरकार के तीन साल की कामयाबी का जिक्र करने का जिम्मा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के कंधों पर था लेकिन वहां हाल ये रहा कि सरकारी पैसे से लगा शानदार टेंट और चमचमाती कुर्सियां खाली रह गई। वक्ता पहुंच गए लेकिन जिन श्रोताओं को सुनाने के लिए लाखों रूपए खर्च किए गए वो केंद्र सरकार की कामयाबी का किस्सा सुनने को आए ही नहीं।
यहां तक कि सत्ता के रस मे डूबे भाजपा के स्वादिष्ट भोजन के पैकट और नृत्य-संगीत का मनोंरंजन भी आम जनता को भाजपा के टेंट की ओर नहीं खींच सका। ऐसे में प्रोग्राम के फ्लॉप शो का ठीकरा भाजपा ने जिले के कर्मठ जिलाधिकारी के सिर फोड़ा।
भाजपा ने जिलाधिकारी पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है। जबकि कार्यक्रम का आयोजन सतलज जल विद्युत निगम ने किया था। हालांकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि गंगा दशहरा के दिन प्रोग्राम का आयोजन भाजपा की बड़ी चूक साबित हुई।
बहरहाल बड़ा सवाल ये है कि, वाकई में गलत दिन का चुनाव हुआ है या फिर उल्टी गिनती शुरू हो गई है। ग्राफ किसका गिर रहा है, मोदी का, सरकार का या फिर भाजपा का।
क्योंकि कभी तो यही जनता मोदी के नाम से ही कार्यक्रम में टूट पड़ती थी जबकि आज तीन साल बाद हाल ये हैं कि लाखों का तामझाम धरा का धरा रह गया। वक्ताओँ की आंखें श्रोताओं के लिए पथरा गई।
तय है कि अगर ये ग्राफ में गिरावट है तो भाजपा के लिए ये एक संकेत है और अगर वाकई में दिन का फेर है तो ये उस पार्टी संगठन की एक बड़ी चूक है जिसके कार्यकर्ता सुबह बिना हथेली देखे हुए धरती के देह पर अपने कदम नहीं रखते।