रुड़की- महीलाएं का दबदबा आज हर क्षेत्र में है. बात चाहे पुलिस विभाग की हो या राजनीति की, स्वास्थय विभाग की हो या इंजीनियर के क्षेत्र की हर जगह महिलाओं का बोलबाला है. और जब बाच आती है पहाड़ों की तो उत्तराखंड का नाम सबसे पहले आता है. जी हैं उत्तराखंड की रहने वाली 57 वर्षीय नीलमणि एन राजू कर्नाटक की पहली महिला पुलिस प्रमुख बनी हैं। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की 1983 बैच की अधिकारी है। उन्होंने पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक रूपक कुमार दत्त का स्थान लिया है। रूपक कुमार सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
रुड़की की रहने वाली हैं कर्नाटक की नई DGP
नीलमणि राजू उत्तराखंड में रुड़की की रहने वाली हैं। कर्नाटक की पहली महिला पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक (डीजी-आइजीपी) नियुक्त होने से पहले नीलमणि (57) पुलिस महानिदेशक (आतंरिक सुरक्षा) थीं।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने यह निर्णय गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी से सलाह के बाद लिया है।
तीन IPS थे दौड़ में शामिल
बता दें कि इस पद की दौड़ में तीन आइपीएस अधिकारी, नीलमणि एन राजू, क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट के डीजीपी, एच सी किशोर चंद्रा और एंटी करप्शन ब्यूरो के डीजीपी, एम एन रेड्डी शामिल थे।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्वीट किया, “कर्नाटक की पहली महिला डीजी-आइजीपी को बधाइयां। उनके सफल कार्यकाल की कामना करता हूं।”
पुलिस महकमे में बढ़ा महिलाओं का दबदबा
गौर हो कि पुलिस महकमे में पिछले कुछ समय से महिलाओं का दबदबा बढ़ा है। भारत की पहली महिला IPS किरण बेदी के बाद दूसरा नंबर आता है कंचन चौधरी भट्टाचार्या। कंचन चौधरी पहली महिला आइपीएस अधिकारी हैं जो देश की पहली महिला DGP (डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस) भी रह चुकी हैं। उनको ये कार्यभार उत्तराखंड में मिला था।
कई बड़े राज्यों में महिला ips ने संभाली कमान
इससे पहले 1987 में केरल की पहली महिला आइपीएस अधिकारी आर श्रीलेखा 30 साल बाद केरल की पहली महिला डीजीपी बनीं। वहीं, 1982 बैच की आइपीएस अधिकारी गीता जौहरी इसी साल गुजरात की पहली महिला डीजीपी नियुक्त हुईं हैं। उन्हे पीपी पांडे के इस्तीफे के बाद ये जिम्मेदारी मिली।